झांसी संवाददाता- भारत नामदेव
Jhansi: झाँसी के पूँछ थाना क्षेत्र के गाँव बरौदा में जो हुआ उसे देख और सुनकर पूरे क्षेत्र में हा हा कार मचा हुआ है। झाँसी का बरौदा गाँव अब प्रदेश तक सुर्खियों में है। प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ भी पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हैं, स्वास्थ्य मंत्री ने फोन लगाकर पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली है, वहीं अपर निदेशक, मुख्य चिकित्सा अधिकारी समेत विभिन्न अधिकारी ग्राम बरौदा में ही अपना डेरा जमाए हुए हैं।
दरअसल मामला जुड़ा हुआ है बीती 27 अक्टूबर से जहां बरौदा गाँव के पूर्व प्रधान लाखन सिंह के पिता की त्रयोदशी में करीब 3 हजार लोगों का भोज का आयोजन किया गया था। इसके बाद खाना खाने से लोगों की हालत बिगड़ने लगी, फूड पॉइजिनिंग से लोग बीमार पड़ने लगे, 5 दिन में यह आंकड़ा 100 नहीं, 200 नहीं, 300 नहीं, 500 नहीं, बल्कि ढाई हजार को पार कर गया है। आसपास के इलाकों के सभी अस्पतालों में मरीजों का डेरा है, पूँछ, समथर, मोठ, झाँसी के सभी अस्पताल पूरी तरीके से भर गए हैं, लेकिन लोगों की कतार रोकने का नाम नहीं ले रही है। अब यह मामला एक गांव से जुड़ा नहीं रह गया है, बल्कि आसपास के गाँव से आए लोग भी फूड पॉइजिनिंग का शिकार हो गए हैं।
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7 गांवो के लोग पड़े बीमार
आंकड़ों के मुताबिक करीब 7 गाँव के लोग बीमार पड़ गए हैं, यह नजारा देख ऐसा लग रहा है कि एक किसी महामारी में दस्तक दे दी हो, लेकिन खाने में ऐसा क्या था कि जिसे खाने से लोग बीमार पड़ गए और फूड पॉइजिनिंग होने लगी, यह मामला और भी गंभीर इसलिए हो गया कि अब त्रयोदशी में खाना खाने पहुंची माताओं के दूध को पीने से 37 मासूम बच्चों की हालत बिगड़ गई। महिलाओं का दूध भी बच्चों के लिए अब जहर बन गया है। डॉक्टरों ने बच्चों को दूध ना पिलाने की सलाह दी है। इतने बड़े घटनाक्रम को देखते हुए अपर निदेशक मुख्य चिकित्सा अधिकारी झाँसी समेत विभिन्न अधिकारियों ने बरौदा गाँव में ही डेरा जमा लिया है, और विशाल कैंप वहां लगा दिया।
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बीमार लोगो को अस्पताल में किया गया भर्ती
जिससे लोगों को उपचार मिल सके वही जिसकी हालत गंभीर हो उनको मोठ अस्पताल भेजा जाए, व्यवस्थाओं के बीच कुछ खामियां भी नजर आए लेकिन करीब ढाई हजार लोगों की बिगड़ी हालत को देखते हुए मामला योगी तक पहुंच गया और स्वास्थ्य मंत्री ने फोन पर इस पूरी घटना की जानकारी ली जानकारी लेते ही 6 सदस्य टीम का गठन कर दिया, जो कि अब इस पूरे मामले की जांच करेगी। हालांकि त्रयोदशी में बने खाने का सेंपल भी खाद विभाग ने ले कर जांच पड़ताल सुरु कर दी है।