Paytm News: नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने पेटीएम (paytm) को नए UPI उपयोगकर्ताओं को जोड़ने की अनुमति दे दी है। इस खबर से पेटीएम को राहत मिलने की उम्मीद है, जो इस साल की शुरुआत में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा उसकी सहयोगी कंपनी पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (PPBL) पर लगाए गए प्रतिबंधों के कारण नए UPI यूजर्स को जोड़ने में अड़चन महसूस कर रहा था। पेटीएम ने सभी प्रक्रियात्मक दिशानिर्देशों और सर्कुलर का पालन कर यह मंजूरी प्राप्त की है।
मार्च में TPAP के रूप में मिली थी मंजूरी
मार्च 2024 में NPCI ने पेटीएम को थर्ड-पार्टी एप्लिकेशन प्रोवाइडर (TPAP) के रूप में UPI प्रणाली में शामिल होने की अनुमति दी थी। NPCI ने पेटीएम को चार प्रमुख बैंकों – भारतीय स्टेट बैंक (SBI), एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक और यस बैंक – के माध्यम से UPI लेन-देन को जारी रखने की मंजूरी दी थी। हालांकि, उस वक्त नए उपयोगकर्ताओं को जोड़ने की मंजूरी नहीं मिली थी। अब NPCI के हालिया फैसले के साथ पेटीएम को UPI प्लेटफॉर्म पर अपने नए यूजर्स जोड़ने का अधिकार प्राप्त हो गया है।
बीएसई को दी गई सूचना, शेयर बाजार में मची हलचल
मंगलवार देर रात, पेटीएम ने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) को एक फाइलिंग के जरिए सूचित किया कि उसे NPCI से नए UPI उपयोगकर्ताओं को ऑनबोर्ड करने की अनुमति मिल गई है। कंपनी ने फाइलिंग में कहा, “हमें यह बताते हुए खुशी हो रही है कि 22 अक्टूबर, 2024 को मिले NPCI के पत्र के माध्यम से कंपनी को नए UPI यूजर्स जोड़ने की मंजूरी प्राप्त हो गई है, बशर्ते कि सभी NPCI प्रक्रियात्मक दिशानिर्देशों और सर्कुलर का पालन हो।”
NPCI के निर्देशों का पालन अनिवार्य
NPCI ने अपनी मंजूरी के तहत कुछ महत्वपूर्ण शर्तें भी निर्धारित की हैं, जिनका पेटीएम को सख्ती से पालन करना होगा। इनमें जोखिम प्रबंधन से जुड़े दिशानिर्देश, ऐप और QR कोड के लिए ब्रांड गाइडलाइन्स, मल्टी-बैंक दिशानिर्देश, TPAP की बाजार हिस्सेदारी और ग्राहकों के डेटा से संबंधित दिशानिर्देश शामिल हैं। इसके अलावा, पेटीएम को NPCI और PSP बैंकों के साथ त्रिपक्षीय समझौतों का भी पालन करना होगा, जो UPI लेनदेन को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए आवश्यक हैं।
आरबीआई के प्रतिबंध से उभरता पेटीएम
इस साल की शुरुआत में भारतीय रिजर्व बैंक ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (PPBL) पर कड़ी कार्रवाई की थी। PPBL को नए ग्राहक खाते, वॉलेट, फास्टैग और अन्य सेवाओं के लिए जमा स्वीकार करने से रोक दिया गया था। इस कार्रवाई का मुख्य कारण बैंकिंग प्रणाली में लगातार गैर-अनुपालन और इसके संचालन में निरंतर समस्याएं थीं। इसके बाद पेटीएम को UPI प्लेटफॉर्म पर नए उपयोगकर्ताओं को जोड़ने से भी रोक दिया गया था। NPCI की इस मंजूरी से पेटीएम को इस झटके से उभरने में मदद मिलेगी।
Read more: Adani Group का बड़ा कदम! अंबुजा सीमेंट्स ने Birla Group की ओरिएंट सीमेंट का किया अधिग्रहण
डिजिटल पेमेंट्स में बढ़ेगा पेटीएम का दबदबा
NPCI की मंजूरी पेटीएम के लिए एक बड़ा मौका साबित हो सकती है, क्योंकि UPI डिजिटल पेमेंट्स में सबसे प्रमुख साधन बन चुका है। पेटीएम अब अपनी UPI सेवाओं के माध्यम से नए उपयोगकर्ताओं को जोड़कर अपने प्लेटफॉर्म पर ट्रांजैक्शन्स और ग्राहकों की संख्या बढ़ा सकेगा। इसका सीधा असर कंपनी की राजस्व वृद्धि और बाजार में हिस्सेदारी पर पड़ेगा।
UPI प्लेटफॉर्म पर प्रतिस्पर्धा होगी और कड़ी
UPI में पेटीएम की वापसी से बाजार में प्रतिस्पर्धा और बढ़ेगी। फोनपे और गूगल पे जैसे दिग्गजों के बीच पहले से ही UPI बाजार में कड़ा मुकाबला है, और पेटीएम की मजबूत वापसी इस दौड़ को और तेज कर सकती है। पेटीएम के पास पहले से ही एक बड़ा ग्राहक आधार है, जो उसके डिजिटल वॉलेट और अन्य सेवाओं का उपयोग करता है। अब नए UPI यूजर्स को जोड़ने से कंपनी को अपने यूजर बेस को और बढ़ाने का मौका मिलेगा।
पेटीएम के लिए आने वाले दिन महत्वपूर्ण
पेटीएम के लिए यह मंजूरी इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि कंपनी अपने भुगतान व्यवसाय को और अधिक व्यापक बनाने की दिशा में अग्रसर है। कंपनी ने पिछले कुछ वर्षों में फिनटेक के क्षेत्र में कई नवाचार किए हैं, और UPI सेवाओं के माध्यम से नए यूजर्स को जोड़कर कंपनी अपने डिजिटल पेमेंट्स व्यवसाय को और मजबूत कर सकती है।
पेटीएम को नए UPI उपयोगकर्ताओं को जोड़ने की मंजूरी से कंपनी को बड़ी राहत मिलेगी। NPCI के निर्देशों का पालन करते हुए, पेटीएम अपने UPI प्लेटफॉर्म को और विस्तार दे सकेगा। डिजिटल पेमेंट्स के तेजी से बढ़ते इस युग में, पेटीएम की यह वापसी कंपनी को बाजार में और मजबूत बना सकती है, जो उसे अपने प्रतिस्पर्धियों के साथ मजबूती से खड़ा करेगी।
Read more: “मौत की सम्त जान चलती रही…” मशहूर शायर फहमी बदायूंनी को नम आंखों से दी आखिरी विदाई