BY- AARTI
दिल्ली: देश में यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर सियासी पारा हाई है। वहीं आज UCC पर संसदीय स्थायी समिति की बैठक होगी। जहां राज्यसभा सांसद सुशील मोदी की अध्यक्षता में बैठक होगी। इसको लेकर सुशील मोदी ने कहा कि बैठक कर सभी हितधारकों के विचारजानेंगे।
समान नागरिक संहिता पर सियासत लंबे समय से होती रही है। देश के राइट वीनिंगपार्टियों के एजेंडों में ये मुद्दा हमेशा से रहा है। बीजेपी जो पिछले 9 सालो से केन्द्र की सत्ता में काबिज़ है। अब अपने इस एजेंडें के तरफ आगे बढती हुई दिखाई दे रही है. प्रधानमंत्री के UCC पर बयान के बाद ये साफ हो गया है कि मानसून सत्र में सरकार UCC बिल संसद में पेश कर सकती है।
UCC पर बीजेपी की सियासी बढ़त…
बता दें अब राजनीतिक दलों की बयानबाजी सामने आ रहे है। कुछ पार्टियां खुल कर विरोध कर रहीं तो कुछ पार्टियां जिनका स्टैंड अभी सामने नही आ रहा है। वो भी समान नागरिक संहिता पर बीजेपी के साथ नजर खड़ी दिखाई दे रही है। आम आदमी पार्टी, शिवसेना, उद्धव गुट, सुभासपा के बाद बहुजन समाज पार्टी ने भी UCC पर रुख साफ कर दिया है। मायावती ने केवल लागू करने के तरीके पर सवाल खड़े किए हैं। मायावती के इस स्टैंड के बाद कहा जा सकता है। UCC जिसे 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए प्रधानमंत्री मोदी का मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है। उसमे बीजेपी को माइलेज मिल सकता है और मिल गया है।
पीएम के बयान पर विपक्षी दलों ने बोला हमला…
जल्द ही में प्रधानमंत्री ने समान नागरिक संहिता (Uniform Civil Code) को लेकर जोरदार तरह से यूसीसी का समर्थन किया। यूसीसी पर दिए पीएम मोदी के बयान के बाद से ही कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने हमला बोला हैं। दरअसल, पीएम मोदी ने यूसीसी की वकालत करते हुए कहा था कि दोहरी व्यवस्था से देश कैसे चलेगा? साथ ही उन्होंने संविधान में सभी नागरिकों के लिए समान अधिकार का भी उल्लेख किया था।