Pappu Yadav: बिहार के पूर्णिया लोकसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर सांसद बने राजेश रंजन ऊर्फ पप्पू यादव की जीत थोड़ी फीकी पड़ गई है. लोकसभा चुनाव 2024 में जीत दर्ज करने के 6 दिन बाद ही उन पर केस दर्ज हो गया है. पूर्णिया के एक बड़े फर्नीचर व्यवसाई ने उन पर एक करोड़ रुपए मांगने का आरोप लगाया है. प्राथमिकी में अमित यादव को भी नामजद किया गया है और उन्हें सांसद का खास बताया गया है.आइए जाने है क्या है पूरा मामला…
पूर्णिया पुलिस ने इस मामले पर क्या कहा ?
बताते चले कि पूर्णिया पुलिस के मुताबिक पीड़ित फर्नीचर व्यवसाई ने शिकायत में बताया है कि 4 जून को मतगणना वाले दिन पप्पू यादव ने उसे अपने घर बुलाया था. जब व्यवसाई पप्पू यादव के घर पहुंचा तो उन्होंने उससे 1 करोड़ रुपए देने के लिए कहा.एक करोड़ रुपये नहीं देने पर पूर्णिया छोड़कर जाने की धमकी के साथ जान से मारने की भी धमकी दी. शहर के बाईपास स्थित मां फर्नीचर के मालिक ने यह प्राथमिकी दर्ज कराई है.फर्नीचर व्यवसायी की शिकायत के बाद निर्दलीय सांसद पप्पू यादव और उनके करीबी अमित यादव के खिलाफ मुफस्सिल पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कर लिया गया है. फिलहाल पुलिस इस मामले में जांच कर रही है.
केस दर्ज होने पर क्या बोले पप्पू यादव ?
इस मामले में केस दर्ज होने के बाद पप्पू यादव का जवाब भी सामने आया है. उन्होंने कहा,’देश प्रदेश की राजनीति में मेरे बढ़ते प्रभाव और आम लोगों के बढ़ते स्नेह से परेशान लोगों ने आज पूर्णिया में घृणित षड्यंत्र रचा है. एक अधिकारी और विरोधियों की इस साजिश को पूर्ण रूप से बेनकाब करेंगे. सुप्रीम कोर्ट के अधीन इसकी निष्पक्ष जांच करवाई जाए, जो दोषी हो उसे फांसी दे दें.’
पीड़ित ने पुलिस को सुनाई आपबीति
आपको बता दे कि पीड़ित ने पुलिस को यह भी बताया,’पप्पू यादव ने पैसे मांगने के साथ-साथ धमकी भी दी. उन्होंने कहा कि अगर पैसे नहीं मिले तो उसे जान से मार दिया जाएगा. इसके अलावा पप्पू यादव ने यह भी कहा कि अगले पांच साल तक वह पूर्णिया के सांसद रहने वाले हैं और उसे तब तक उनसे निपटते रहना होगा.’
पप्पू यादव ने प्रियंका गांधी से की मुलाकात
लोकसभा चुनाव 2024 में जीत हासिल करने के बाद पप्पू यादव पहली बार दिल्ली पहुंचे थे, जहां उन्होंने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से मुलाकात की थी. दरअसल, पप्पू यादव इस लोकसभा चुनाव में पूर्णिया से कांग्रेस का टिकट चाहते थे, लेकिन महागठबंधन में सीट बंटवारे के तहत पूर्णिया सीट लालू यादव की पार्टी आरजेडी के खाते में जाने के बाद पप्पू यादव को कांग्रेस से टिकट नहीं मिल पाया था.इस मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारों में अटकलें तेज हो गई है कि क्या पप्पू यादव कांग्रेस में एक बार फिर से शामिल होने की औपचारिकता करेंगे.
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कांग्रेस में शामिल हुए थे पप्पू यादव
18वीं लोकसभा चुनाव के दौरान पप्पू यादव ने अपनी पार्टी जनअधिकार का कांग्रेस में विलय कर दिया था और खुद भी कांग्रेस में शामिल हो गए थे. इस फैसले से पहले पप्पू यादव ने पटना में आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव के साथ लंबी बातचीत की थी. इस मुलाकात के बाद पप्पू यादव ने पूर्णिया लोकसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर प्रत्याशी बनने की इच्छा जताई थी. इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग फाइनल होने से पहले ही लालू यादव ने पूर्णिया से बीमा भारती को आरजेडी का टिकट दे दिया था.
पप्पू यादव ने पूर्णिया से निर्दलीय नॉमिनेशन किया था
आखिरकार कांग्रेस में शामिल होने के कुछ दिन बाद ही पप्पू यादव ने पूर्णिया से निर्दलीय नॉमिनेशन कर दिया था. लोकसभा चुनाव में पूर्णिया की जनता ने आरजेडी प्रत्याशी बीमा भारती के बजाय पप्पू यादव पर भरोसा किया और उन्हें जीत भी मिली. पप्पू यादव को निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में 567556 वोट मिले और उन्होंने जेडीयू के संतोष कुमार को 543709 वोटों से हराया. वहीं आरजेडी प्रत्याशी बीमा भारती को महज 27120 वोट मिले.
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