Asim Munir Field Marshal Promotion:पाकिस्तान सरकार ने 20 मई 2025 को सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर (Asim Munir) को फील्ड मार्शल के पद पर पदोन्नत करने का निर्णय लिया। यह निर्णय प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक आधिकारिक बयान में पुष्टि की गई है। इस पदोन्नति के साथ ही जनरल मुनीर पाकिस्तान के दूसरे फील्ड मार्शल बन गए हैं; इससे पहले जनरल अयूब खान को यह पद 1959 में दिया गया था।
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जनरल असीम मुनीर का सैन्य करियर

जनरल मुनीर का सैन्य करियर 1986 में शुरू हुआ था। उन्होंने मंगला स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग स्कूल से प्रशिक्षण प्राप्त किया और 23वीं फ्रंटियर फोर्स रेजिमेंट में कमीशन प्राप्त किया। अपने करियर में उन्होंने सैन्य खुफिया एजेंसी (MI) और इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) दोनों की कमान संभाली है, जिससे वे पाकिस्तान के पहले ऐसे सेना प्रमुख बने हैं जिन्होंने दोनों प्रमुख खुफिया एजेंसियों का नेतृत्व किया है।
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फील्ड मार्शल की उपाधि का महत्व

फील्ड मार्शल की उपाधि पाकिस्तान की सेना में सर्वोच्च सैन्य रैंक मानी जाती है। यह उपाधि जनरल मुनीर को उनके उत्कृष्ट नेतृत्व, सैन्य रणनीति और पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के कारण दी गई है। यह निर्णय पाकिस्तान सरकार की ओर से जनरल मुनीर के प्रति विश्वास और सम्मान को दर्शाता है।
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पाकिस्तान-भारत संबंधों में भूमिका
जनरल मुनीर के नेतृत्व में पाकिस्तान की सेना ने भारत के साथ बढ़ते तनावपूर्ण संबंधों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान के रुख को मजबूती से प्रस्तुत किया है, जिससे भारत में प्रतिक्रिया उत्पन्न हुई है। उनके नेतृत्व में पाकिस्तान ने भारतीय हमलों का प्रतिकार किया और अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन किया।