Jharkhand News:झारखंड के साहिबगंज जिले के नगरभिता गांव में एक रहस्यमयी बीमारी के कारण पिछले एक सप्ताह से स्थिति गंभीर हो गई है। अब तक इस बीमारी के कारण पांच बच्चों की मौत हो चुकी है। बच्चों में इस बीमारी के लक्षण जैसे कि आंखों का पीला पड़ना, सर्दी, खांसी, बुखार और सिरदर्द जैसे संकेत दिखाई दिए थे। इन लक्षणों के बाद बच्चों की हालत बिगड़ गई और अंततः उनकी मृत्यु हो गई।
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स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित
इस रहस्यमयी बीमारी के बारे में जानकारी मिलने के बाद, रविवार को स्वास्थ्य विभाग की एक मेडिकल टीम प्रभावित गांव में पहुंची। टीम ने गांव में स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित किया और गांववासियों के रक्त के नमूने एकत्र किए। इन नमूनों को जांच के लिए धनबाद भेजा गया है। अब, रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि बच्चों की मृत्यु के पीछे क्या कारण था और इस बीमारी का असली स्रोत क्या है। यह जांच स्वास्थ्य अधिकारियों को बीमारी के कारणों का सही पता लगाने में मदद करेगी।
आठ आदिवासियों की मृत्यु
यह पहली बार नहीं है जब झारखंड में इस तरह की रहस्यमयी बीमारी का प्रकोप देखा गया है। पिछले साल जामताड़ा जिले में भी एक अज्ञात बीमारी के कारण आठ आदिवासियों की मृत्यु हो गई थी। इसके अलावा, सुकमा जिले में भी हाल ही में ऐसी ही घटनाएं सामने आई हैं, जहां एक महीने के भीतर 13 लोगों की मृत्यु हुई। इन घटनाओं से यह संकेत मिलता है कि ऐसी रहस्यमयी बीमारियों का प्रकोप समय-समय पर देखने को मिलता है, और प्रशासन को इन बीमारियों के कारणों का पता लगाने और इससे निपटने के लिए तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है।
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रहस्यमयी बीमारी के प्रकोप
साहिबगंज जिले में इस रहस्यमयी बीमारी के प्रकोप के बाद प्रशासन ने त्वरित प्रतिक्रिया दी है। स्वास्थ्य विभाग ने तुरंत प्रभाव से प्रभावित गांव में चिकित्सा दल भेजा और वहां दवाइयां और ओआरएस पैकेट वितरित किए। इसके अलावा, रक्त के नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं ताकि बीमारी के कारणों का सही तरीके से पता चल सके। विभाग ने मौसम में हो रहे बदलाव को भी संभावित कारण माना है, क्योंकि मौसम परिवर्तन से कई तरह की संक्रामक बीमारियां फैल सकती हैं।स्वास्थ्य विभाग की यह तत्परता यह सुनिश्चित करती है कि इस रहस्यमयी बीमारी से बचाव के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं। अधिकारियों का मानना है कि जल्द ही जांच रिपोर्ट से बीमारी के कारणों का खुलासा होगा और इसके इलाज के लिए उपयुक्त उपाय किए जाएंगे।