Bihar: नवादा समाहरणालय के समक्ष दलित एकता संघ के द्वारा अपनी आठ सूत्री मांगों को लेकर एकदिवसीय धरना दिया गया। दलित एकता संघ के संयोजक संजय कुमार ने कहा कि दलित भाइयों बहनों बुद्धिजीवियों समाजसेवी नौजवानों अपनी हक अधिकार को जाने व पहचाने और उसे प्राप्त करने के लिए संघर्ष करें दलित एकता संघ नवादा के द्वारा दलितों का हक अधिकार को लेकर भूमिहीनों अनुसूचित जाति जनजाति को पांच-पांच डिसमिल जमीन का पर्चा दिलवाया जाए, व पूर्व के प्रचाधारियों को जमीन पर कब्जा करवाया जाए।
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मजदूरों का पंजीकरण करवाया..
दबंगों द्वारा कबजा किए दलित मुर्दाघटी जमीन को अतिक्रमण मुक्त करवाया जाए तथा उसे मुर्दाघटी को घेराबंदी करवाया जाए। बिहार के प्रत्येक जिला में एससी एसटी के शिक्षित युवाओं के लिए टेक्निकल पॉलिटेक्निक कॉलेज खोला जाए। अनुसूचित जाति जनजाति के मजदूर जो भी ठेकेदार के द्वारा ईट भट्ठा या अन्य कार्य करने हेतु जिला से बाहर पलायन होते हैं।
पलायन के दौरान श्रम विभाग या जिला पदाधिकारी के कार्यालय में मजदूरों का पंजीकरण करवाया जाए। अनुसूचित जाति जनजाति शिक्षित बेरोजगार को 5000 रुपया प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता दिया जाए।
फर्जी मजदूर निबंध कार्ड बनाया
श्रम संसाधन विभाग के द्वारा पूंजीपति व किसान व्यक्तियों का फर्जी मजदूर निबंध कार्ड बनाया गया हैं। उसे जांच पड़ताल कर निरस्त करें व दलित मजदूर का मजदूर निबंध कार्ड बनवाया जाए। देश के प्रत्येक व्यवहार न्यायालय कोट अन्य उच्च न्यायालय परिसर में डॉ भीमराव अंबेडकर साहब का प्रतिमा लगाया जाए। मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री आवास योजना में अनुसूचित जाति जनजाति के लाभुको का सर्वे पुनः करवाया जाए।
इन्हीं सब मांगों को लेकर दलित एकता संघ के द्वारा एकदिवसीय धरना का कार्यक्रम किया जा रहा है पूरे जिले से दलित समाज के लोग धरना में शिरकत करने के लिए आए हुए हैं।