Mamata Mohanta Join BJP: ओडिशा विधानसभा चुनाव के बाद बीजेपी को मिला नया संजीवनी…ओडिशा विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने राज्य में बीजेडी के किले में सेंध लगा दी है. इसके बाद से बीजेपी (BJP) यहां के राजनीतिक समीकरणों को जुटाने में सक्रिय हो गई है. 31 जुलाई 2024 को बीजू जनता दल की राज्यसभा सांसद ममता मोहंता (Mamata Mohanta) ने राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने उनके इस्तीफे को मंजूरी दी.
ममता मोहंता बीजेपी में शामिल
बताते चले कि ममता मोहंता(Mamata Mohanta) ने बीजेडी से इस्तीफा देकर आज भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो गई है. उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह और ओडिशा प्रभारी विजयपाल सिंह तोमर की उपस्थिति में पार्टी की सदस्यता ली है. ममता मोहंता ने कहा, “मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोगों की सेवा करने के आदर्शों से प्रेरित होकर बीजेपी में शामिल हुई हूं. यह मेरा व्यक्तिगत फैसला है. मैंने किसी साजिश के तहत बीजेपी ज्वाइन नहीं किया है.” उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें बीजेडी में काफी समय से उपेक्षित किया जा रहा था.
राज्यसभा की सीट पर बीजेपी का प्रभाव
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि ममता मोहंता (Mamata Mohanta) के इस्तीफे से खाली होने वाली राज्यसभा की सीट पर अब चुनाव होंगे. विधानसभा में सदस्यों की संख्या के गणित के आधार पर यह सीट बीजेपी के पक्ष में जाएगी. ओडिशा में राज्यसभा की 10 सीटें हैं, जिनमें से बीजेपी के पास सिर्फ एक सांसद है. राज्यसभा के मौजूदा समीकरण को समझें तो उच्च सदन में कुल 245 सदस्यों की संख्या है, लेकिन वर्तमान में 225 सांसद ही हैं. बीजेपी के पास राज्यसभा में 86 सांसद हैं. एनडीए सहयोगियों को मिलाकर यह आंकड़ा 101 तक पहुंचता है, जो कि बहुमत के आंकड़े 113 से कम है.
बीजेपी के लिए ओडिशा की महत्वपूर्ण सीटें
आपको बता दे कि राज्यसभा में बहुमत के आंकड़े के करीब पहुंचने के लिए बीजेपी (BJP) को ओडिशा से मिलने वाली सीटें महत्वपूर्ण हैं. ओडिशा विधानसभा चुनाव में बीजेडी के कमजोर होने से बीजेपी को राज्यसभा की कुछ सीटें मिल सकती हैं, जिससे पार्टी उच्च सदन में अपनी स्थिति को मजबूत कर सकती है.
ममता मोहंता का राजनीतिक सफर
बीजेपी में शामिल हुई ममता मोहंता (Mamata Mohanta) का राजनीतिक सफर बीजेडी से शुरू हुआ था. वह 2020 में राज्यसभा सांसद बनी थीं और उनका कार्यकाल 2026 में खत्म होना था. बीजेडी में रहते हुए उन्होंने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर पार्टी का नेतृत्व किया, लेकिन पार्टी में उपेक्षित महसूस करने के बाद उन्होंने इस्तीफा देकर बीजेपी (BJP) में शामिल होने का फैसला किया.
ओडिशा की राजनीति में एक नया मोड़
आपको बता दे कि ममता मोहंता (Mamata Mohanta) के इस्तीफे और बीजेपी (BJP) में शामिल होने से ओडिशा की राजनीति में एक नया मोड़ आ गया है. बीजेपी ने बीजेडी के गढ़ में सेंध लगाकर अपनी स्थिति मजबूत की है और अब राज्यसभा में बहुमत के लिए अपने कदम बढ़ा रही है. ममता मोहंता के इस फैसले से बीजेपी को ओडिशा में नई ऊर्जा मिली है और राज्यसभा की सीटों पर अपनी पकड़ मजबूत करने का मौका मिल रहा है.