Uttarakhand Weather Update: मानसूनी सीजन उत्तराखंड के लिए आफत का रूप ले चुका है। प्रदेश में लगातार होती बारिश से जनजीवन प्रभावित हो रहा है , कई स्थानों भूस्खलन और बाढ़ से लोग राहत शिविरों में रहने को मजबूर है। ऐसे में मौसम विभाग द्वारा दी गयी जानकारी के मुताबिक, फिलहाल उत्तराखंड के लोगों को बारिश से राहत मिलने के आसार नजर नहीं आ रहे है। इसको लेकर मौसम विभाग की तरफ से अलर्ट जारी किया गया है। वही, संवेदनशील इलाकों में भारी बारिश की वजह से भूस्खलन की वजह से मार्ग बंद होने की संभावना जताई है ।
READ MORE : ससुराल पक्ष ने दहेज के लालच में की नवविवाहिता हत्या…
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक ने जानकारी देता हुए बताया कि, ”22 से 25 जुलाई तक कुमाऊं और गढ़वाल में कुछ इलाकों में भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा संवेदनशील इलाकों में भूस्खलन की वजह से सड़कें बंद हो सकती हैं। आपदा प्रबंधन विभाग और जिला प्रशासन को अलर्ट रहने को कहा गया है।”
मसूरी में बरसी आफत की बारिश
वैसे तो पूरे प्रदेश ही तबाही का मंजर झेल रहा है ऐसे में बीते रविवार को पहाड़ो की रानी के नाम से मशहूर मसूरी में आकाश आफत बरसी है। मसूरी में हुई मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त – वस्त हो गया है । जेपी बैंड के नजदीक दो बड़े पेड़ गिर गये वही मसूरी देहरादून मार्ग बाधित हो गया है। भूस्खलन की वजह से बाधित हुए मार्ग की वजह से सड़क पर वाहनों की लंबी कतार खड़ी रही।
इन इलाको में फटा बादल
उत्तराखंड के पौड़ी के थलीसैंण और उत्तरकाशी के पुरोला में बारिश के दौरान बादल फटने से इलाके में भारी तबाही का मंजर देखने को मिला है, इसकी वजह से थलीसैंण-पीठसैन-बुंगीधर में एक पुराने पुल का आधा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है । जिसकी वजह से चौथान पट्टी के 5 गांवों यातायात ठप हो गया है, वही पट्टी के 80 गांव की आवाजाही प्रभावित हुई है।
READ MORE : शराब से इंकार पड़ा महंगा, परिवार के लोगों के साथ जमकर की गई मारपीट
इन स्थानों पर भूस्लखन से आवाजाही प्रभावित
लगातार हो रही बारिश और बादल फटने की घटना के साथ – साथ कई स्थानों पर भूस्खलन की घटना सामने आ रही है । उत्तरकाशी के पुरोला में बादल फटने के बाद कई स्थानों से भूस्खलन की घटना सामने आयी है । जिसकी वजह से जनजीवन प्रभावित हो रहा है । ऐसे में प्रशासन की तरफ से सुरक्षा और बचाव कार्य किया जा रहा है। इसके साथ ही जगह – जगह बंद हुए मार्गों से बोल्डर की मदद से मलबा हटाने का कार्य किया जा रहा है। इसके अलावा भूस्खलन की वजह से पिथौरागढ़-तवाघाट हाईवे बंद है , जिसकी वजह से भारत चीन सीमा से लगे गांवो से संपर्क टूट गया है ।