NITI Aayog Meeting: शनिवार को राष्ट्रपति भवन के सांस्कृतिक केंद्र में नीति आयोग (NITI Aayog) की बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने की। इस महत्वपूर्ण बैठक में देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल होते हैं और केंद्र सरकार की नीतियों को धरातल पर लागू करने पर चर्चा करते हैं। हालांकि, इस बार 2024 की इस बैठक का विपक्षी इंडिया गठबंधन ने बहिष्कार करते हुए इसमें भाग न लेने का ऐलान किया, जिससे कई राज्य इस बैठक में शामिल नहीं हो सके। वहीं प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की बैठक जारी है।
Read more: Kupwara में सेना की बड़ी कार्रवाई; घुसपैठ की कोशिश नाकाम, पाकिस्तानी सेना कर रही आतंकियों की मदद
पीएम मोदी का विकसित भारत का सपना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की बैठक जारी है। देश भर के मुख्यमंत्री इस बैठक में भाग ले रहे हैं, जो राष्ट्रपति भवन के कल्चरल सेंटर में आयोजित की गई। नीति आयोग की 9वीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “2047 में विकसित भारत हर भारतीय की महत्वाकांक्षा है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए राज्य सक्रिय भूमिका निभा सकते हैं क्योंकि वे सीधे लोगों से जुड़े हुए हैं।”
Read more: PM मोदी की अध्यक्षता नीति आयोग की बैठक, जानिए NITI Aayog क्या है और कैसे काम करता है?
विपक्ष का विरोध और ममता बनर्जी का वॉकआउट
गवर्निंग काउंसिल की बैठक में मुख्यमंत्रियों और उपराज्यपालों ने भाग लिया। इस बैठक में ‘विकसित भारत 2047’ को लेकर खास चर्चा हो रही है। हालांकि, इंडिया गठबंधन से सिर्फ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ही शामिल हुईं। लेकिन उन्होंने भी नाराज होकर बैठक से वॉकआउट कर दिया। उन्होंने केंद्र सरकार पर बंगाल से भेदभाव का आरोप लगाया और कहा, “मुझे सिर्फ पांच मिनट बोलने दिया गया, जबकि बाकी मुख्यमंत्रियों को 20 मिनट का समय दिया गया। यह मेरा अपमान है।”
Read more: UP: कांवड़ यात्रा की बढ़ाई गई सुरक्षा, मुजफ्फरनगर में ATS तैनात, ड्रोन से रखी जाएगी निगरानी
नीति आयोग पर विपक्ष का हमला
नीति आयोग की बैठक पर RJD नेता मनोज कुमार झा (Manoj Kumar Jha) ने तीखा हमला करते हुए कहा, “नीति आयोग क्या है? एक शैक्षणिक अभ्यास के लिए पीएम मोदी ने एक बॉडी बना दी। इन्हें योजना आयोग से क्या दिक्कत थी? सिर्फ इसलिए दिक्कत हुई क्योंकि यह नेहरू के जमाने से था। नेहरू के जमाने की बहुत सी चीजें हैं। संसदीय लोकतंत्र नेहरू की कल्पना के बिना नहीं चलेगा। गणितीय शब्दों से सच्चाई नहीं बदलती। हकीकत तब बदलेगी जब आप ठोस कदम उठाएंगे और वहां मैं नीति आयोग को फेल मानता हूं। जाहिर तौर पर आपको इसे पुनर्जीवित करना चाहिए।”
Read more: Revised Final Result of NEET UG: 4 लाख से अधिक उम्मीदवारों की रैंक में बदलाव, 44 टॉपर भी शामिल
भाजपा शासित राज्यों की बैठक
वहीं, आज बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक भी होने वाली है। सभी मुख्यमंत्री नीति आयोग की बैठक में शामिल होने के लिए पहले से ही दिल्ली में मौजूद हैं। बैठक शाम 4 बजे बीजेपी कार्यालय में होगी। यूपी बीजेपी में जारी खींचतान की खबरों के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नीति आयोग की बैठक में शामिल होंगे। साथ ही दोनों उपमुख्यमंत्री भी बैठक में शामिल होंगे।
पटियाला हाईकोर्ट में बृजभूषण शरण सिंह की सुनवाई
इसके अलावा, भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पटियाला हाईकोर्ट में अहम सुनवाई होनी है। नाबालिग पहलवान द्वारा दर्ज कराए गए POCSO मामले में दिल्ली पुलिस की कैंसिलेशन रिपोर्ट पर फैसला आ सकता है। इस राजनीतिक ड्रामे के बीच, नीति आयोग की बैठक का बहिष्कार और ममता बनर्जी का वॉकआउट एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम है। यह स्पष्ट है कि विपक्ष केंद्र सरकार की नीतियों से असंतुष्ट है और यह विरोध उनकी नाराजगी का स्पष्ट संकेत है। दूसरी ओर, प्रधानमंत्री मोदी का ‘विकसित भारत 2047’ का सपना और राज्य सरकारों की सक्रिय भागीदारी की अपेक्षा एक सकारात्मक दिशा में कदम है।
हालांकि, यह देखना बाकी है कि इन बैठकों और चर्चाओं का वास्तविक प्रभाव जमीनी स्तर पर कितना होता है। राजनीतिक परिदृश्य में ऐसे उतार-चढ़ाव हमेशा होते रहते हैं, और यह समय बताएगा कि यह घटनाक्रम भारतीय राजनीति को किस दिशा में ले जाएगा। चाहे जो भी हो, जनता की भलाई और विकास ही हर राजनीतिक निर्णय का मूल उद्देश्य होना चाहिए।