Lucknow: कैबिनेट मंत्री एवं निषाद पार्टी, सुप्रीमो डॉ संजय कुमार निषाद ने अपने सरकारी आवास 1 विक्रमादित्य मार्ग पर प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि आगामी 27 जून 2023 को निषाद पार्टी द्वारा कानपुर के सती चौरा घाट पर बलिदान दिवस और प्रदेश स्तरीय निषाद महाकुंभ का आयोजन किया जा रहा है। जिसमे कई प्रदेशों के लोगों आएंगे। उन्होंने कहा की निषाद समेत 193 जातियां आजादी के 5 साल 16 दिन बाद 31 अगस्त 1952 में आजाद हुई थी, जिनको डिनोटिफाइड ट्राइब्स एक्ट के तहत आजाद करवाया गया था।
किन्तु आजादी के बाद भी इन जातियों ने पूर्व की सरकारों का दंश झेला है, भूतपूर्व गृहमंत्री सरदार बल्लभ भाई पटेल जी द्वारा अन्था साइम्न अंगयार कमेटी बनाकर बहु पता किया गया, जिसमे स्पष्ट बताया गया था कि विमुक्ति जनजातियों की दशा देश मे SC/ST से भी खराब है और 74 प्रकार की भिन्न भिन्न सुविधाएं देकर विकास की मुख्यधारा से जोड़ा जाए।
28 जून शुरू करेगी अभियान…
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उन्होंने कहा कि निषाद पार्टी का गठन पिछड़े, वंचितो और शोषितों के हक-हकूक को दिलवाने के लिए हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश कमेटी ने सर्वसम्मति से आरक्षण पर अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा कि मझवार आरक्षण निषाद समेत 17 उपजातियों का सवैंधानिक अधिकार है, और आरक्षण के मुद्दे पर निषाद पार्टी कटिबद्ध है। प्रदेश कमेटी द्वारा निर्णय लिया गया है कि 27 जून सतीचौरा शहीद दिवस के उपलक्ष्य में निषाद पार्टी अपना आरक्षण के मुद्दे पर रुख को स्पष्ट कर,
28 जून 2023 से प्रदेशभर में आरक्षण महासम्पर्क अभियान चलाएगी जोकि प्रदेश के सभी जनपदों और विधानसभाओं में मछुआ समाज की मझवार आरक्षण पर राय पूछी जाएगी। इसकी शुरुआत 28 जून से पूर्वांचल के किसी जनपद से की जाएगी। पहले चरण में गोरखपुर, बस्ती, आजमगढ़ एवं आयोध्या मंडल की सभी जनपदों को रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि आरक्षण महासम्पर्क अभियान की रिपोर्ट को सहयोगी पार्टी बीजेपी के साथ सांझा किया जाएगा और सविंधान में सूचीबद्ध मझवार और तुरैहा आरक्षण पर उनका सहयोग मांगा जाएगा।