Terror-free India: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने गुरुवार सुबह राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) द्वारा आयोजित दो दिवसीय ‘आतंकवाद निरोधी सम्मेलन-2024’ का उद्घाटन किया। इस सम्मेलन का उद्देश्य आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीतियों को मजबूत और सशक्त बनाना है। गृह मंत्री शाह ने अपने उद्घाटन भाषण में आतंकवाद के खात्मे के लिए भारत की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि भारत सरकार आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर अडिग है और NIA का यह सम्मेलन उसी दिशा में एक ठोस कदम है।
‘Whole of the Government Approach’ पर आधारित होगा सम्मेलन
इस वर्ष का सम्मेलन ‘Whole of the Government Approach’ पर केंद्रित है, जिसका उद्देश्य विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों और सुरक्षा बलों के बीच समन्वय स्थापित करना है। इस दिशा में कदम बढ़ाते हुए NIA हर साल इस तरह के सम्मेलनों का आयोजन करती है ताकि आतंकवाद के खिलाफ साझा रणनीति बनाई जा सके। सम्मेलन में आतंकी खतरों से निपटने के लिए सुरक्षा, कानूनी और फॉरेंसिक विशेषज्ञों ने अपने विचार और अनुभव साझा किए।
प्रमुख विषयों पर होगा मंथन
दो दिवसीय इस सम्मेलन में आतंकवाद के उभरते खतरों और निपटने के नए तरीकों पर विशेष चर्चा की जाएगी। कानूनी ढांचे में बदलाव, तकनीकी उन्नति और अंतरराष्ट्रीय सहयोग पर भी गहरी बातचीत की योजना है। इसमें राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, NIA के अधिकारी, और विभिन्न सुरक्षा विशेषज्ञ शामिल हो रहे हैं। सम्मेलन के दौरान उभरती प्रौद्योगिकियों का आतंकवाद के खिलाफ उपयोग, कानूनी सहयोग की आवश्यकता और विभिन्न रणनीतियों को लेकर विचार साझा किए जाएंगे।
आतंकवाद निरोधी अभियानों में तकनीकी प्रगति पर जोर
सम्मेलन में आतंकवाद विरोधी अभियानों में तकनीकी प्रगति पर जोर दिया जाएगा। नई तकनीकों के माध्यम से आतंकवादियों की गतिविधियों पर निगरानी और कार्रवाई के तरीकों पर चर्चा होगी। इसके अलावा, कानूनी सुधारों पर भी चर्चा की जाएगी ताकि आतंकी गतिविधियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा सकें। विशेषज्ञों का मानना है कि आधुनिक तकनीक और सटीक कानूनी प्रावधान आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को और प्रभावी बना सकते हैं।
भारत-अमेरिका संबंधों पर डोनाल्ड ट्रंप का बयान चर्चा में
सम्मेलन के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति सकारात्मक रुख चर्चा का विषय बना रहा। हाल ही में अमेरिकी चुनाव में जीत हासिल करने के बाद ट्रंप ने पीएम मोदी के साथ अपने रिश्तों को लेकर खुले दिल से बात की। उन्होंने मोदी को अपना “सच्चा दोस्त” कहा और भारत को “शानदार देश” के रूप में सराहा। ट्रंप ने यह भी बताया कि पीएम मोदी के साथ उनकी बातचीत पहले विश्व नेता के रूप में हुई थी। उनका यह बयान भारतीय अधिकारियों और सम्मेलन में शामिल प्रतिनिधियों के बीच काफी चर्चित रहा।
Read more: US Election Result 2024: ट्रंप के लीड करते रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा, Bitcoin 75 हजार डॉलर पार…
आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हो रहा भारत
गृह मंत्री अमित शाह ने इस अवसर पर आतंकवाद के खिलाफ सभी भारतीय सुरक्षा एजेंसियों और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि आतंकवाद एक वैश्विक चुनौती है, और इसके खात्मे के लिए सभी देशों का सहयोग आवश्यक है। उन्होंने बताया कि भारत ने हाल ही में आतंकवादी संगठनों और उनसे जुड़े लोगों के खिलाफ कई कठोर कदम उठाए हैं, और अब यह जरूरी हो गया है कि सभी सुरक्षा एजेंसियां और बल एक साथ मिलकर काम करें।
आतंकवाद के खिलाफ लेंगे संकल्प
सम्मेलन का उद्देश्य आतंकवाद से निपटने के लिए नई रणनीतियों का विकास करना और सुरक्षा बलों के समन्वय को मजबूत बनाना है। इस दौरान तय की गई नीतियां और रणनीतियां भविष्य के नीतिगत निर्णयों को दिशा देने में सहायक होंगी। गृह मंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि इस सम्मेलन से आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में एक नया अध्याय जुड़ेगा, और इस दिशा में भारत सरकार के कदम और भी सशक्त होंगे। NIA का यह ‘आतंकवाद निरोधी सम्मेलन’ भारत की आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को नई दिशा देने के साथ-साथ वैश्विक स्तर पर मजबूत करने का भी प्रयास है। भारत सरकार का यह कदम विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के बीच तालमेल को बेहतर बनाने के साथ-साथ भारत को आतंकवाद से मुक्त करने के संकल्प को और पुख्ता करेगा।