NIA Raid : जम्मू-कश्मीर में आतंकी घुसपैठ के मामलों पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने एक बार फिर कड़ा एक्शन लिया है। एनआईए ने रियासी, डोडा, उधमपुर, रामबन और किश्तवाड़ जैसे प्रमुख जिलों में कई ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की। इस दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और संदिग्ध सामग्री बरामद की गई है, जो आतंकवादी गतिविधियों से जुड़ी हो सकती है। एनआईए की इस कार्रवाई से आतंकी संगठनों को बड़ा झटका लगा है, और यह साबित करता है कि एजेंसी राज्य में आतंकी गतिविधियों पर कड़ी नजर बनाए हुए है।
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कश्मीर में बढ़ती आतंकी
जम्मू-कश्मीर में केंद्रशासित प्रदेश बनने के बाद से आतंकी गतिविधियों में कुछ वृद्धि देखने को मिली है। हालांकि, सरकार और सुरक्षा एजेंसियाँ इस पर लगाम कसने के लिए लगातार प्रयास कर रही हैं। एनआईए की छापेमारी का उद्देश्य आतंकवादी घुसपैठ, आतंकवादी संगठन से जुड़ी गतिविधियों और फंडिंग पर नजर रखना है। सुरक्षा एजेंसियों की कड़ी कार्रवाई से यह संकेत मिलता है कि केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के नेटवर्क को तोड़ने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
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आतंकवादी फंडिंग के खिलाफ सख्त कदम
एनआईए की छापेमारी एक सप्ताह पहले भी हुई थी, जब जम्मू के बाहरी इलाके बजालहता में एक मकान पर तलाशी ली गई थी। उस मकान में एक व्यक्ति के बैंक खाते से संदिग्ध रूप से 15 लाख रुपये जमा पाए गए थे। यह रकम अहमदाबाद के मोस्ट वांटेड अपराधी हुमायूं खान द्वारा जमा की गई थी, जो आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त था। यह राशि टेरर फंडिंग के संदेह में पाई गई थी, और इस घटनाक्रम से यह साबित हुआ कि आतंकवादी संगठनों को फंडिंग की कोशिशें अब भी जारी हैं।
आतंकवादियों को बड़ा झटका
एनआईए की ताजा कार्रवाई ने आतंकवादियों और उनके सहयोगियों को बड़ा झटका दिया है। जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी नेटवर्क को खत्म करने के लिए एनआईए लगातार प्रयास कर रही है। हाल ही में किए गए छापों में मिले दस्तावेज और सामग्री से आतंकवादियों के योजनाओं और नेटवर्क का पता चल सकता है, जो आगामी दिनों में और भी महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। एनआईए की इस कार्रवाई के बाद जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और आतंकवादी संगठनों की गतिविधियों पर नज़र रखने के लिए नई रणनीतियाँ बनाई जा रही हैं।