Bharat Jodo Nyay Yatra: कांग्रेस नेता राहुल गांधी की अगुआई में 14 जनवरी से शुरू होने वाली भारत जोड़ो न्याय यात्रा को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है.भारत जोड़ो यात्रा की सफलता के बाद कांग्रेस ने 14 जनवरी से देश भर में एक बार फिर से भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू करने की बात कही है जिसके बाद से ही इसको लेकर तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे हैं लेकिन इस बीच यात्रा से जुड़ी जो बड़ी खबर सामने आई है वो ये है कि,असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने असम के कुछ मार्गों पर यात्रा को निकलने की अनुमति देने से मना कर दिया है।
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असम में यात्रा के विश्राम करने की अनुमति नहीं
दरअसल,कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा का आगाज 14 जनवरी को मणिपुर की राजधानी इंफाल से होगा जो 20 मार्च को मुंबई में समाप्त होगी.इस बीच यात्रा 18 से 25 जनवरी तक असम में रहेगी जिसकी तैयारियां भी अभी से पूरी कर ली गई हैं लेकिन सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा को असम में दो जगहों पर विश्राम देने से इनकार कर दिया है।कांग्रेस की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक असम सरकार ने उनकी पार्टी के नेताओं को सार्वजनिक मैदानों में रात को आराम करने की इजाजत देने से मना कर दिया है।
विपक्षी नेता देबब्रत सैकिया का कहना है कि,पार्टी अब यात्रा के दौरान रात में विश्राम करने के लिए वैकल्पिक जगह का इंतजाम करने में लग गई है जहां राहुल गांधी समेत कई वरिष्ठ नेता भी एक रात के लिए आराम करेंगे……आगे उन्होंने बताया कि,हमने अपने कंटेनर वाहनों को पार्क करके सिर्फ रात में आराम करने के लिए धेमाजी जिले के गोगामुख में एक स्कूल मैदान की मांग की थी जिसमें पहले तो रुकने की इजाजत दी गई थी लेकिन आखिरी वक्त ममें इसे वापस ले लिया गया। जिस पार्टी ने भारत की आजादी के लिए लड़ाई नहीं लड़ी वो अब देश पर शासन कर रही है उन्होंने यात्रा को रात्रि विश्राम की इजाजत नहीं मिलने को कांग्रेस के लोकतांत्रिक अधिकार का हनन बताया है।
निमंत्रण को अस्वीकार करने पर कांग्रेस पर निशाना
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने दिसपुर के जनता भवन में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि,राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का मौका दिया गया था लेकिन उन्होंने निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया जिससे इतिहास उसे हिंदू विरोधी के रुप में आंकता रहेगा।उन्होंने कहा कि,कांग्रेस शुरुआत से ही राम मंदिर के बारे में अपने विचारों को लेकर इस तरह के निमंत्रण की हकदार नहीं थी।सीएम हिंमंत बिस्वा शरमा ने कहा कि,विश्व हिंदू परिषद ने कांग्रेस पार्टी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का सुनहरा अवसर दिया था…कांग्रेस निमंत्रण को स्वीकार कर हिंदू समुदाय से माफी मांग सकती थी लेकिन उसने ऐसा नहीं किया कांग्रेस शुरु से ही हिंदू विरोधी रही है ये उसने एक बार फिर दिखा दिया है।
कांग्रेस का मतलब है ‘बांटो और राज करो’
इसी कड़ी में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस के ऊपर निशाना साधते हुए गुरुवार को कहा कि,कांग्रेस राजनीति करती है और हम राष्ट्रनीति करते हैं….कांग्रेस का मकसद हर हाल में वोट पाना होता है,ये हर जगह राजनीति का खेल खेलते हैं।जेपी नड्डा ने अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में बीजेपी की प्रदेश कार्यकारिणी बैठक में हिस्सा लिया था जहां उन्होंने कांग्रेस के ऊपर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि,कांग्रेस ने हमेशा से वोटबैंक की राजनीति की है.बीजेपी सबको साथ लेकर चलने वाली पार्टी है पीएम मोदी को राष्ट्रनीति पर भरोसा है….जबकि कांग्रेस राजनीतिक खेल ही खेलती रही है बांटो और राज करो ही कांग्रेस का मतलब है।
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