- चरहवाहों के देखने पर परिजनों की दी सूचना, स्कूल के रसोईए ने आकर खोला ताला
लखनऊ संवाददाता- मोहम्मद कलीम
Lucknow: विकासखंड सरोजनीनगर के धोधनखेड़ा प्राथमिक विद्यालय में शिक्षकों व रसोइयों की लापरवाही के कारण एक मंदबुद्धि छात्र छुट्टी के बाद कमरे में बंद हो गया। जब चरवाहों ने बच्चे को खिड़की के पास खड़ा देखा तो गांव जाकर बच्चे के परिजनों को सूचना दी। परिजनों ने शिक्षकों से बात की तो रसोईयां चाभी लेकर विद्यालय पहुंचकर ताला खोलकर छात्र को बाहर निकाला। विद्यालय के अंदर बच्चा करीब दो घंटे तक बंद रहा।
छात्र मानसिक रुप से था दिव्यांग
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जानकारी के मुताबिक धोधनखेडा गांव निवासी छात्र विस्वास (11) गांव के ही प्राथमिक विद्यालय में कक्षा पांच का छात्र है। वह मानसिक रूप से दिव्यांग है। जिसका सीडब्ल्यूसी में स्पेशल चाइल्ड में एडमिशन किया गया है। शुक्रवार को छुट्टी के दौरान छात्र अपनी कक्षा से निकल कर कमरे की खिड़की बंद करने के लिए कक्षा एक के रूम में चला गया।
उसके बाद रसोइए ने ताला बंद करने के बाद घर चली गई। करीब चार बजे जब गांव के लोग विद्यालय की ओर से अपने मवेशी चरा कर वापस आ रहे थे तभी विद्यालय के अंदर खिड़की के पास छात्र को खड़ा देख उसके पिता रामपाल को सूचना दी। जिसके बाद छात्र के पिता ने हेडमास्टर को फोन कर बच्चे को कमरे में बंद होने की सूचना दी। रसोइए ने विद्यालय पहुंच कर कमरे का ताला खोलकर बाहर निकाला।
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क्या बोले जिम्मेदार
इस मामले में इंचार्ज अध्यापिका धोधन खेड़ा प्राथमिक विद्यालय प्रेमलता गुप्ता ने बताया कि विद्यालय में छूट्टी के दौरान बच्चा घर जाने के बजाय कक्षा एक की क्लास रूम में चला गया। जिसके बाद विद्यालय की रसोइए ने ताला बंद कर दिया। ताला बंद होने के दस मिनट तक सभी विद्यालय में थे लेकिन उसने आवाज तक नही दी। जिसके बाद सभी घर चले गए। जानकारी होने के बाद रसोइयों को विद्यालय भेजकर ताला खुलवाया गया।