Women Reservation Bill: आज, भारत के नए संसद भवन में PM मोदी ने उच्च सदन राज्यसभा में अपने संबोधन में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने G-20 सम्मेलन, महिला आरक्षण विधेयक, और महिलाओं के सशक्तिकरण के प्रति सरकार के प्रयासों का जिक्र किया। वहीं विशेष रूप से उन्होंने महिला आरक्षण विधेयक को महत्वपूर्ण बताया और इसे समाज के साथ मिलकर एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में दर्ज किया।
साथ ही उन्होंने बेटियों के लिए सैनिक स्कूलों के दरवाजे खोलने का भी जिक्र किया और महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करने के लिए कई योजनाओं का समर्थन करते हैं। जिसके बाद उन्होंने तीन तलाक के खिलाफ भी कदम उठाने की बात की और सभी सांसदों के साथ काम करने की अपील की।
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PM मोदी ने अपने संबोधन में कहा
आखिरी में PM मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि मैं आज राज्यसभा के सभी माननीय सांसद साथियों से आग्रह करने आया हूं कि जब भी बिल हमारे सामने आए तो आप सब सर्वसम्मति से उस पर निर्णय करें।
PM मोदी ने आज कहा कि नई संसद भवन से वो संदेश देना चाहते हैं कि भारत ने आजादी के 100 साल पूरे करते समय एक नई शताब्दी की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि नई संसद में भारत अपनी टॉप तीन इकोनॉमीज़ में पहुँचेगा और तकनीक के तौर पर भी सुधार करेगा, जिससे सांसदों को डिजिटल दुनिया में बेहतर काम करने में मदद मिलेगी।
कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने पेश किया बिल
केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने महिला आरक्षण बिल करते हुए उन्होंने इसे नारी शक्ति वंदन अधिनियम बिल बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि, संविधान विधेयक, 2023 एक बहुत ही महत्वपूर्ण विधेयक है। आर्टिकल 239AA हम इसमें इंसर्ट कर रहे हैं। जिसके माध्यम से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में 33 परसेंट महिलाओं को रिजर्वेशन मिलेगा। उसके बाद हम आर्टिकल 330A में अमेंडमेंट कर रहे हैं।