Bihar news : आज लैंड फॉर जॉब मामले में राजद प्रमुख लालू यादव की कोर्ट में पेशी थी । वहीं नौकरी के बदले जमीन मामले में दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने लालू परिवार के सदस्यों को जमानत दी है। आपको बता दे कि RJD सुप्रीमो लालू यादव, बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और उनके बेटे और पत्नी को बुधवार को जमानत दी है, इसके साथ लालू और उनके परिवार के साथ राज्यसभा सांसद मनोज झा भी कोर्ट पहुंचे थे, वहीं इस मामले में अब अगली सुनवाई 16 अक्टूबर को होगी।
राजधानी दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में बुधवार यानी 4 अक्टूबर को सुनवाई हुई है, वहीं इस सुनवाई के दौरान लालू परिवार के तीन सदस्यों के अलावा 17 आरोपी अदालत में पेश हुए। लैंड फॉर जॉब्स मामले या कहें नौकरी के बदले जमीन मामले में ये एक नया केस है। इस मामले में तेजस्वी के साथ उनकी माता-पिता लालू और राबड़ी देवी को भी आरोपी बनाया गया है। वहीं CBI इस मामले की जांच कर रही है और उसने तीन जुलाई को एक चार्जशीट भी दायर की थी, जिसमें तेजस्वी को आरोपी बनाया गया था।
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आरोप यह लगाया गया था..
2004-2009 के बीच तत्कालीन केंद्रीय रेल मंत्री ने रेल विभाग के ग्रुप “डी” में नियुक्ति के बदले में अपने परिवार के सदस्यों आदि के नाम पर जमीन लेकर आर्थिक लाभ प्राप्त किया था।
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CBI का कहना है कि..
पटना में लालू यादव के परिवार ने 1.05 लाख वर्ग फीट जमीन पर कथित तौर पर कब्जा कर रखा है, इन जमीनों का सौदा नकद में हुआ था, यानी, लालू परिवार ने नकद देकर इन जमीनों को खरीदा था। सीबीआई के मुताबिक, ये जमीनें बेहद कम दामों में बेच दी गई थीं।
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आरोप है कि इन लोगों ने..
आपके जानकारी के लिए बता दे कि बिहार का ये मामला 14 साल पुराना है, उस वक्त लालू, केंद्र की UPA सरकार में रेल मंत्री थे। वहीं CBI के आरोपों के मुताबिक, साल 2004 से 2009 तक 7 लोगों को रेलवे में ग्रुप-डी की नौकरी दी गई थी। आरोप है कि इन लोगों ने नौकरी के बदले में बेहद कम कीमत पर अपनी जमीनें लालू यादव के परिवार वालों के नाम ट्रांसफर कर दी थीं। नौकरी पाने वाले लोगों को पहले रेलवे में सब्स्टीट्यूट के तौर पर भर्ती किया गया।