Maharashtra News: महाराष्ट्र में विपक्षी महा विकास आघाड़ी (MVA) गठबंधन ने विधानसभा के मानसून सत्र से पहले बुधवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (CM Eknath Shinde) की चाय पार्टी का बहिष्कार कर दिया। इसके साथ ही सरकार पर किसानों सहित आम जनता के मुद्दों का समाधान करने में विफल रहने का आरोप भी लगाया। इस घोषणा को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष कांग्रेस के विजय वडेट्टीवार और गठबंधन सहयोगी शिवसेना के अंबादास दानवे ने किया।
Read more: Pawan Kalyan राजनीति में धमाकेदार एंट्री के बाद ले रहे वाराही दीक्षा, इतने दिन तक नहीं खाएंगे अन्न
परम्परागत चाय पार्टी का आयोजन
हर विधानमंडल सत्र से पहले होने वाली परम्परागत चाय पार्टी (Tea Party) बुधवार शाम को आयोजित की जानी थी। मुंबई में 27 जून से 12 जुलाई तक आयोजित होने वाले सत्र के दौरान महायुति गठबंधन सरकार 28 जून को विधानमंडल के दोनों सदनों में राज्य का बजट पेश करेगी। लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए राज्य का अंतरिम बजट फरवरी में पेश किया जा चुका है।
Read more: ट्रेन हादसे में घायल यात्री की मौत,केरल कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना
विपक्ष का ‘हाई-टी’ का बहिष्कार
विजय वडेट्टीवार (Vijay Wadettiwar) ने कहा, “विपक्षी दलों ने महायुति गठबंधन सरकार के भ्रष्टाचार में लिप्त होने के विरोध में ‘हाई-टी’ का बहिष्कार करने का फैसला लिया है। उन्होंने किसानों की दुर्दशा को नजरअंदाज किया और विभिन्न परियोजनाओं की लागत में बढ़ोतरी के माध्यम से करदाताओं के पैसे की ठगी की है।”
Read more: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज करेंगी संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित
स्मार्ट बिजली मीटर और एम्बुलेंस विवाद
विजय वडेट्टीवार (Vijay Wadettiwar) ने सरकार पर स्मार्ट बिजली मीटर और एम्बुलेंस खरीदने में बड़े पैमाने पर लागत में बढ़ोतरी का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “स्मार्ट बिजली मीटर की वास्तविक लागत 2,900 रुपये प्रति यूनिट है और स्थापना शुल्क लगभग 350 रुपये है। हालांकि, राज्य सरकार ने 12,500 रुपये प्रति यूनिट की दर से मीटर खरीदने की योजना बनाई है और इसका ठेका अडाणी को दिया गया है।” उन्होंने दावा किया है कि नई एम्बुलेंस खरीदने की लागत 3,000 करोड़ रुपये है, लेकिन राज्य सरकार ने 10,000 करोड़ रुपये का टेंडर जारी किया है।
Read more: SBSP विधायक बेदी राम का वीडियो हुआ वायरल, कहा- वे पैसे लेकर परीक्षाएं पास करवाते हैं…
किसानों की स्थिति को अनदेखी करने का आरोप
विजय वडेट्टीवार (Vijay Wadettiwar) ने सरकार पर किसानों को नजरअंदाज करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “बार-बार मांग किए जाने के बावजूद मुख्यमंत्री शिंदे (CM Eknath Shinde) किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने में विफल रहे हैं। कपास की खरीद कीमत में केवल सात प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, जबकि दाल या तुअर में 8 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है। ज्वार में छह प्रतिशत और मक्का में 6.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। साल 2013 में सोयाबीन 4,600 रुपये प्रति क्विंटल पर बिक रहा था और 2024 में भी किसानों को सोयाबीन के लिए वही दर मिल रही है, जो किसानों के मुद्दों को हल करने में राज्य सरकार की विफलता को दर्शाता है।”
Read more: OM Birla के दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष बनने पर CM योगी ने दी बधाई
महा विकास आघाड़ी गठबंधन
महा विकास आघाड़ी (MVA) गठबंधन में तीन प्रमुख दल शामिल हैं – कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार)। इस गठबंधन का गठन महाराष्ट्र की राजनीतिक स्थिरता और जनहित के मुद्दों पर काम करने के उद्देश्य से किया गया है।