Mumbai Toll Tax Free: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Elections) से ठीक पहले, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) की सरकार ने एक बड़ा कदम उठाते हुए मुंबई में प्रवेश करने वाले हल्के मोटर वाहनों के लिए टोल टैक्स (Toll Tax) माफ करने का निर्णय लिया है. उनका यह फैसला सोमवार, 14 अक्टूबर की रात से प्रभावी होगा. अब वाशी, ऐरोली, मुलुंड, दहिसर और आनंदनगर के पांच प्रमुख टोल बूथों पर हल्के वाहनों से टोल टैक्स नहीं लिया जाएगा. हल्के वाहनों में कार, टैक्सी, जीप, वैन, छोटे ट्रक, और डिलीवरी वैन जैसी गाड़ियां शामिल हैं. इससे मुंबई आने-जाने वाले लाखों वाहन चालकों को राहत मिलेगी.
कैबिनेट की अहम बैठक
आपको बता दे कि आज महाराष्ट्र (Maharashtra) की राज्य कैबिनेट की एक अहम बैठक हुई, जिसमें यह फैसला लिया गया. माना जा रहा है कि यह शिंदे कैबिनेट की विधानसभा चुनाव से पहले अंतिम बैठक हो सकती है. इस बैठक में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उप मुख्यमंत्री अजित पवार समेत अन्य मंत्री शामिल थे. बैठक के बाद, मंत्री दादाजी भुसे ने जानकारी दी कि सरकार ने यह निर्णय हल्के वाहन चालकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए लिया है. उन्होंने बताया कि इससे न केवल वाहन चालकों को आर्थिक राहत मिलेगी, बल्कि टोल बूथों पर लगने वाली लंबी कतारों में बर्बाद होने वाले समय की भी बचत होगी.
टोल माफी की पुरानी मांग
दरअसल, टोल टैक्स माफी की मांग काफी समय से की जा रही थी. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) ने इस मांग को पहले उठाया था, वहीं हाल ही में शिवसेना (UBT) के नेता आदित्य ठाकरे ने भी मुंबई आने वाले वाहनों के लिए टोल माफी की मांग की थी. अब शिंदे सरकार ने इस मांग को स्वीकार करते हुए विधानसभा चुनाव से पहले यह निर्णय लिया है, जिसे मतदाताओं को लुभाने की रणनीति के रूप में भी देखा जा रहा है.
हल्के वाहनों से टोल टैक्स नहीं लिया जाएगा
मंत्री दादाजी भुसे (Dadaji Bhuse) ने बताया कि मुंबई (Mumbai) में प्रवेश करने वाले पांच प्रमुख टोल प्लाजा पर पहले 45 रुपये से 75 रुपये तक की वसूली की जाती थी. यह टोल वसूली 2026 तक जारी रहने वाली थी, लेकिन अब हल्के वाहनों से यह टैक्स माफ कर दिया गया है. हर दिन करीब 3.5 लाख वाहन इन टोल प्लाजा से गुजरते हैं, जिनमें से 70 हजार भारी वाहन होते हैं जबकि 2.80 लाख हल्के वाहन शामिल होते हैं. अब हल्के वाहनों से टोल टैक्स नहीं लिया जाएगा, जबकि भारी वाहनों पर यह वसूली जारी रहेगी.
चुनाव से पहले सरकार की रणनीतिक चाल
इस महत्वपूर्ण फैसले को विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सरकार की रणनीतिक चाल के रूप में देखा जा रहा है. टोल टैक्स माफी का यह निर्णय मतदाताओं को लुभाने का प्रयास माना जा रहा है, क्योंकि चुनाव की तारीखों का किसी भी समय ऐलान किया जा सकता है. यह फैसला खासकर उन वाहन चालकों के लिए राहत लेकर आया है, जो मुंबई आने-जाने के दौरान टोल पर अतिरिक्त खर्च उठाने को मजबूर थे.
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