Loksabha News: 18वीं लोकसभा के पहले सत्र के दौरान नवनिर्वाचित सांसदों ने शपथ लेते हुए जय हिंदू राष्ट्र,जय फिलिस्तीन जैसे नारे लगाए थे जिस पर सदन में हंगामा शुरु हो गया था.लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इस तरह के नारों से बवाल होता देख अब सांसदों के शपथ लेने के नियमों में संशोधन कर दिया है.लोकसभा में संसद सदस्य अब शपथ लेते समय कोई नारे नहीं लगा पाएंगे.लोकसभा के पहले सत्र के दौरान सांसदों ने जय हिंदू राष्ट्र,जय फिलिस्तीन जैसे नारे लगाए थे इस पर सदन में जमकर हंगामा हुआ था।
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लोकसभा अध्यक्ष ने शपथ नियम में किया बदलाव
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सांसद सदस्यों के शपथ नियमों में कुछ संशोधन किया है.नए नियम में ये तय हुआ है कि,अब कोई भी सदस्य शपथ लेते समय किसी भी अभिव्यक्ति या शब्द का उपयोग नहीं कर पाएगा.संसदीय कार्य मंत्री किरेण रीजीजू ने सांसदों द्वारा शपथ लेते समय नारे लगाने पर ये आरोप लगाया था कि,कुछ सदस्यों ने शपथ के दौरान इस अवसर का इस्तेमाल राजनीतिक संदेश देने में किया।कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में राहुल गांधी ने शपथ के बाद ‘जय हिंद’ और ‘जय संविधान’ का नारा लगाया था.इसके अलावा बरेली से बीजेपी सांसद छत्रपाल गंगवार ने ‘हिंदू राष्ट्र की जय’ का नारा लगाया था.सपा सांसद अवधेश राय ने शपथ ली तो ‘जय अयोध्या’, ‘जय अवधेश’ के नारे लगाए थे.हेमा मालिनी ने शपथ की शुरुआत ‘राधे-राधे’ से की थी….इन नारों को लेकर आरोप लगाया गया था कि सांसद शपथ ग्रहण के जरिए अपना-अपना सियासी संदेश भेज रहे हैं।
AIMIM चीफ ने सदन में लगाया था ‘जय फिलिस्तीन’ का नारा
आपको बता दें कि,एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने 18वीं लोकसभा के पहले सत्र के दौरान शपथ ग्रहण के दूसरे दिन सांसद पद की शपथ ली थी.इस दौरान ओवैसी ने सदन में जय फिलिस्तीन का नारा लगाया था.इसको लेकर सदन में खूब हंगामा मचा था.दिल्ली में हिंदू संगठन के सदस्यों ने ओवैसी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था और उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था.इसमें विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के सदस्य शामिल थे।सदन में ओवैसी द्वारा जय फिलिस्तीन का नारा लगाने पर उनको विरोध का सामना करना पड़ा था बीते दिन ओवैसी के दिल्ली स्थित आवास पर काली स्याही फेंके जाने की घटना भी सामने आई थी.इसकी जानकारी ओवैसी ने खुद सदन में दी थी और कहा था कि,कुछ अज्ञात उपद्रवियों ने मेरे आवास पर काली स्याही फेंकी और तोड़फोड़ की.मैं अब ये गिनती भूल गया हूं कि,मेरे दिल्ली के आवास को कितनी बार निशाना बनाया गया है।
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लोकसभा अध्यक्ष द्वारा बनाए गए नए नियम के तहत संसद के सदस्य भारत के संविधान की तीसरी अनुसूची में निर्धारित शपथ प्रारुप के आधार पर ही शपथ लेंगे.इसके अलावा शपथ लेते समय वो अपनी तरफ से किसी भी शब्द या अभिव्यक्ति का उपयोग नहीं कर सकेंगे.