MP News: मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के बिजावर में रविवार को एक छोटे गैस सिलेंडर के ब्लास्ट ने हड़कंप मचा दिया। घटना बिजावर बस स्टैंड के पास हुई, जहां पेटीज के ठेले पर अचानक सिलेंडर फट गया। धमाका इतना जबरदस्त था कि बाजार में अफरा-तफरी और चीख-पुकार मच गई। 20 से अधिक लोग घायल हो गए, जिनमें से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है।
भीड़-भाड़ वाले बाजार में हुआ हादसा
रविवार को हाट बाजार का दिन होने के कारण इलाके में भारी भीड़ थी। अश्शू साहू नामक व्यक्ति अपने ठेले पर पेटीज गर्म कर रहे थे, तभी सिलेंडर में विस्फोट हो गया। धमाके से आसपास खड़े लोग और ग्राहक इसकी चपेट में आ गए। कई लोगों के कपड़ों के चिथड़े उड़ गए और कुछ के शरीर पर गहरे जख्म हो गए।
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घायलों की संख्या बढ़ी, अस्पतालों में मची भगदड़
घटना में घायल हुए लोगों में बच्चे, महिलाएं और पुरुष सभी शामिल हैं। 12 साल के एक बच्चे की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है। घायलों को तुरंत बिजावर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों की कमी के कारण कई लोगों को छतरपुर जिला अस्पताल रेफर करना पड़ा। घायलों में राधे नामदेव, मीना अहिरवार, नरेंद्र राजपूत, प्रीतम, नीलम कुशवाह, बालकिशन, आशीष शर्मा, और नारायण साहू समेत कई नाम शामिल हैं। इनमें से कुछ 3% तो कुछ 15% तक जल चुके हैं।
मौके पर पहुंचे विधायक और प्रशासन से अधिकारी
हादसे की जानकारी मिलते ही बिजावर विधायक राजेश बबलू शुक्ला और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। कलेक्टर पार्थ जैसवाल और एडीएम अरविंद नागदवे ने घटना का जायजा लिया और घायलों को जल्द से जल्द उपचार मुहैया कराने के निर्देश दिए। मौके पर दो एंबुलेंस लगाई गईं, जिससे घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया।
घरेलू सिलेंडरों के इस्तेमाल पर उठे सवाल
यह घटना एक गंभीर समस्या की ओर इशारा करती है। बाजारों और ठेलों पर घरेलू गैस सिलेंडरों का धड़ल्ले से इस्तेमाल किया जा रहा है, जो कानून का उल्लंघन है। छतरपुर शहर के बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और अस्पतालों के पास कई ठेले-रेहड़ी वाले घरेलू सिलेंडर का उपयोग कर रहे हैं। इसके बावजूद फूड विभाग और अन्य प्रशासनिक अधिकारी कार्रवाई करने में असफल रहे हैं।
घायल रमेश ने बताया, “हम चाट खा रहे थे और अचानक तेज धमाका हुआ। हमें कुछ समझ नहीं आया और जब होश आया, तो हम जले हुए थे।” बाजार में मौजूद लोग इस हादसे से सहमे हुए हैं। कुछ ने इसे प्रशासन की लापरवाही करार दिया। प्रशासन को इनपर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसे हादसों से बचा जा सके। उम्मीद है कि इस घटना के बाद प्रशासन कठोर कदम उठाएगा और बाजारों में नियमों का सख्ती से पालन कराया जाएगा।