Blast In Morena:मुरैना जिले में सोमवार रात एक भीषण धमाके के बाद एक मकान गिर गया, जिससे चार महिलाओं की दर्दनाक मौत हो गई और पांच अन्य लोग घायल हो गए। यह हादसा मुरैना शहर के वीआईपी रोड इलाके के राठौर कॉलोनी में हुआ, जहां एक तेज धमाका हुआ और मकान पूरी तरह से जमींदोज हो गया। विस्फोट की वजह से पास के अन्य मकान भी क्षतिग्रस्त हो गए, और मलबे में कई लोग दब गए।
धमाके के बाद मलबे में दबे लोग
घटना सोमवार रात करीब 12 बजे की है। पुलिस के मुताबिक, धमाका राकेश राठौर के घर में हुआ था। विस्फोट के कारण उनके घर का पूरा हिस्सा ढह गया। पास में स्थित मुंशी राठौर का घर भी पूरी तरह से तबाह हो गया। मलबे में दबने से चार महिलाओं की मौत हो गई, जिनमें से दो का नाम वैजयंती कुशवाहा और उनकी 45 वर्षीय बेटी विमला कुशवाहा है। इनके शव मलबे से बाहर निकाले गए। इस हादसे में राकेश राठौर की पत्नी विद्या राठौर और पड़ोस में रहने वाली वासुदेव राठौर की बहू पूजा राठौर भी मलबे में दब गईं। इनकी मौत की पुष्टि की गई है। पुलिस ने घटनास्थल से देसी पटाखों के खोखे भी बरामद किए हैं, जिससे यह माना जा रहा है कि विस्फोट पटाखों के कारण हुआ था।
पास में रहने वाले की जानकारी
घटना के बाद आसपास के लोग मदद के लिए दौड़े। आकाश राठौर, जो पास में रहते हैं, ने बताया कि जब उन्होंने धमाके की आवाज सुनी, तो तुरंत बाहर निकले। बाहर धूल का गुबार था और पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई थी। आकाश ने बताया कि उन्होंने राकेश राठौर को घायल अवस्था में मलबे से निकाला। हालांकि, राकेश की पत्नी विद्या राठौर को मलबे से बाहर नहीं निकाला जा सका।
पुलिस और प्रशासन का रेस्क्यू ऑपरेशन
सूचना मिलने के बाद पुलिस और बचाव दल ने मौके पर पहुंचकर मलबे में दबे लोगों को निकालने का काम शुरू किया। राहत और बचाव कार्य जारी है, और स्थानीय प्रशासन ने इलाके में सुरक्षा को लेकर भी कदम उठाए हैं। विस्फोट के कारण हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है, और घटना की जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस ने बताया कि देसी पटाखों के खोखे से यह साफ है कि धमाका पटाखों के चलते हुआ था, लेकिन इसके कारणों की पूरी जांच की जाएगी। इस घटना से इलाके में दहशत का माहौल बन गया है और लोग अब पटाखों के खतरे को लेकर और सतर्क हो गए हैं।
पटाखों के खतरे को लेकर चेतावनी
यह हादसा देसी पटाखों के इस्तेमाल से हुए खतरों को उजागर करता है। प्रशासन और पुलिस ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे पटाखों का सुरक्षित तरीके से इस्तेमाल करें और किसी भी अवैध पटाखे से बचें। इस दुर्घटना ने यह भी साबित कर दिया कि जब तक सही सुरक्षा उपाय न अपनाए जाएं, तब तक पटाखों का उपयोग खतरनाक हो सकता है।