Moradabad News: ठाकुरद्वारा क्षेत्र के एक गांव में युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद हंगामा मच गया। ग्रामीणों ने पुलिसकर्मियों पर आरोप लगाया कि अवैध वसूली के लिए ट्रैक्टर का पीछा किया गया, जिसके चलते युवक की जान चली गई। गुस्साए लोगों ने पुलिस टीम पर हमला बोल दिया और पथराव किया, जिससे एक सिपाही गंभीर रूप से घायल हो गया। सिर्फ इतना ही नहीं गुस्साई भीड़ ने पुलिस टीम पर पथराव किया। उन्होंने पुलिसकर्मियों को बंधक बना लिया, उनके कपड़े फाड़ दिए और उनकी गाड़ी की हवा निकाल दी। इसके बाद, मौके पर पहुंची भारी फोर्स ने किसी तरह बंधक बनाए गए पुलिस कर्मियों को मुक्त किया।
खेत से मिट्टी लाते समय हुआ हादसा
घटना ठाकुरद्वारा कोतवाली क्षेत्र के गांव दलपत में शुक्रवार को दोपहर की है। 32 वर्षीय लोकेश उर्फ मोनू सैनी अपने खेत से मिट्टी लाकर अपने प्लॉट पर भराई का काम कर रहा था। तभी संदिग्ध हालात में उसका ट्रैक्टर पलट गया और वह उसके नीचे दबकर मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना के बाद इलाके में तनाव फैल गया और ग्रामीणों का गुस्सा पुलिस पर फूट पड़ा।
ग्रामीणों ने लगाया अवैध वसूली का आरोप
मृतक के परिजनों और स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस ने अवैध वसूली के इरादे से लोकेश के ट्रैक्टर-ट्रॉली का पीछा किया, जिसके चलते ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर पलट गया। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस आए दिन उनसे जबरन वसूली करती है, और इसी वजह से यह हादसा हुआ। घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस टीम को घेर लिया और उनकी जीप की हवा निकाल दी। गुस्से में आई भीड़ ने पथराव भी किया, जिसमें एक सिपाही घायल हो गया। उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हंगामे के बाद पुलिस बल तैनात
गुस्साए ग्रामीणों ने ठाकुरद्वारा-जसपुर रोड को जाम कर दिया और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि जब तक पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज नहीं होता, वे शांत नहीं बैठेंगे। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस अवैध खनन को लेकर उनसे नियमित रूप से पैसे वसूलती है, और इसी क्रम में लोकेश की जान चली गई।
मामले की जांच में जुटी पुलिस
घटना की गंभीरता को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आसपास के थानों से भी अतिरिक्त फोर्स बुला लिया है। तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए प्रशासन भी सतर्क हो गया है और आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। पुलिस अधिकारियों ने ग्रामीणों को शांत कराने की कोशिश की, लेकिन ग्रामीण तभी मानने को तैयार हैं जब दोषी पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाए। पुलिस अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी और दोषी पाए गए पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है और घटना के सही कारणों का पता लगाने की कोशिश कर रही है।
ग्रामीणों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठाया सवाल
घटना के बाद से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है और वे पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं। उनका कहना है कि अवैध वसूली की पुलिस की हरकतें अब जानलेवा साबित हो रही हैं और जब तक दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती, वे अपना विरोध जारी रखेंगे। ग्रामीणों ने साफ तौर पर कहा है कि पुलिस ने ट्रैक्टर का अवैध रूप से पीछा किया, जिससे हादसा हुआ और लोकेश की जान चली गई। उनके अनुसार, यह पुलिस की लापरवाही और अवैध वसूली का नतीजा है, जिसके चलते एक निर्दोष की मौत हो गई। अब देखना यह है कि पुलिस इस मामले में किस प्रकार की कार्रवाई करती है और क्या ग्रामीणों की मांग पर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज होता है या नहीं।