Mohammad Nabi: अफगानिस्तान के अनुभवी खिलाड़ी मोहम्मद नबी ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में अफगानिस्तान और साउथ अफ्रीका के बीच खेले गए मुकाबले में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। शुक्रवार को कराची के नेशनल बैंक स्टेडियम में खेले गए इस मैच में नबी ने अपनी टीम के लिए पहली विकेट लेकर इतिहास रच दिया। अपने चैंपियंस ट्रॉफी डेब्यू मैच में यह उपलब्धि हासिल करने वाले वह दुनिया के पहले खिलाड़ी बन गए।
40 साल की उम्र में नबी ने किया चैंपियंस ट्रॉफी में डेब्यू

मोहम्मद नबी ने चैंपियंस ट्रॉफी के इस मुकाबले में 40 साल की उम्र में अपना डेब्यू किया। दक्षिण अफ्रीका की पारी के पांचवें ओवर में उन्होंने सलामी बल्लेबाज टोनी डी जॉर्जी का विकेट लिया। नबी ने इस विकेट के साथ केवल अफगानिस्तान के लिए नहीं, बल्कि टेस्ट खेलने वाले देशों के लिए भी एक नया रिकॉर्ड बनाया। वह चैंपियंस ट्रॉफी में डेब्यू करने वाले पहले खिलाड़ी बन गए हैं जिनकी उम्र 40 वर्ष से अधिक है। नबी की उम्र 40 साल और 51 दिन है, और वह टेस्ट खेलने वाले देश के सबसे उम्रदराज खिलाड़ी भी हैं।
सबसे उम्रदराज खिलाड़ियों की सूची में नबी का नाम

मोहम्मद नबी चैंपियंस ट्रॉफी में डेब्यू करने वाले चौथे सबसे उम्रदराज खिलाड़ी भी बन गए हैं। इस सूची में पहले स्थान पर यूएसए के डोनोवन ब्लेक हैं, जिन्होंने 2004 में 42 साल, 284 दिन की उम्र में डेब्यू किया था। वहीं, नबी का नाम 40 साल और 51 दिन के साथ इस सूची में शामिल हुआ है। यह नबी की लगातार सफलता और उनके अनुभव को दर्शाता है कि वह इस महत्वपूर्ण टूर्नामेंट में अफगानिस्तान के लिए एक अहम खिलाड़ी बने हैं।
अफगानिस्तान को नहीं मिला जीत का मौका
इस मैच में नबी ने सिर्फ टोनी डी जॉर्जी का ही नहीं, बल्कि साउथ अफ्रीका के कप्तान टेम्बा बावुमा का भी विकेट लिया। बावुमा ने अफगानिस्तान के खिलाफ 50 रन की शानदार पारी खेली और रयान रिकल्टन के साथ मिलकर 129 रनों की साझेदारी की। रिकल्टन ने शतक बनाकर अपनी टीम को 315 रनों का विशाल लक्ष्य दिया। हालांकि, अफगानिस्तान के बल्लेबाजों ने लक्ष्य का पीछा करते हुए संघर्ष किया और पूरी टीम केवल 208 रन पर सिमट गई, जिससे साउथ अफ्रीका ने 107 रनों से जीत दर्ज की।
नबी की शानदार गेंदबाजी के बावजूद अफगानिस्तान को हार का सामना

इस मैच में अफगानिस्तान को भले ही हार का सामना करना पड़ा हो, लेकिन नबी की गेंदबाजी ने उनकी टीम को उत्साहित किया। चैंपियंस ट्रॉफी में नबी का डेब्यू बेहद खास रहा और उन्होंने इस मौके पर अपनी कड़ी मेहनत और अनुभव को साबित किया। नबी की गेंदबाजी में जो आत्मविश्वास था, वह भविष्य में अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा। यह मैच नबी के करियर के लिए एक यादगार पल बन गया और उनकी इस ऐतिहासिक उपलब्धि को लंबे समय तक याद रखा जाएगा।