Modi Cabinet Meeting: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 19 जून को 14 खरीफ फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को मंजूरी दी है. सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अश्विनी वैष्णव ने इस निर्णय की घोषणा की और बताया कि मंत्रिमंडल ने धान, रागी, बाजरा, ज्वार, मक्का और कपास समेत 14 खरीफ सीजन की फसलों के लिए MSP को स्वीकृति प्रदान की है.
Read More: कोर्ट में वकील और SDM आमने-सामने,बार एसोसिएशन ने किया वर्क सस्पेंड
प्रधानमंत्री मोदी का तीसरा कार्यकाल बहुत महत्वपूर्ण
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी का तीसरा कार्यकाल बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह किसानों के कल्याण के लिए कई निर्णयों के माध्यम से परिवर्तन के साथ निरंतरता पर केंद्रित है.” उन्होंने यह भी बताया कि खरीफ सीजन शुरू हो रहा है और किसानों को प्राथमिकता देते हुए 14 फसलों के लिए MSP को कैबिनेट ने मंजूरी दी है। MSP कम से कम 1.5 गुना होनी चाहिए. धान का नया MSP 2300 रूपए कर दिया गया है, जिसमें 117 रूपए की बढ़ोतरी हुई है। 2013-14 में धान का दाम 1310 रूपए था.
दो लाख गोडाउन बनाने का काम चल रहा
अश्विनी वैष्णव ने बताया कि कपास का नया MSP 7121 रूपए है, जिसमें 501 रूपए की बढ़ोतरी हुई है. 2013-14 में कपास का दाम 3700 रूपए था. अन्य फसलों के नए MSP इस प्रकार हैं: रागी – 4290 रूपए, मक्का – 2225 रूपए, मूंग – 8682 रूपए, तूर – 7550 रूपए, उरद – 7400 रूपए, और मूंगफली का तेल – 6783 रूपए. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि देश भर में दो लाख गोडाउन बनाने का काम चल रहा है. उन्होंने कहा कि पहली दो टर्म में अर्थव्यवस्था का बेस तैयार हुआ है और अब उस पर अच्छी ग्रोथ हो रही है, जिसमें किसानों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.
Read More: Yuvraj Singh पर बनेगी फिल्म! पिता योगराज ने दिया बड़ा बयान
पोर्ट और शिपिंग सेक्टर के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिया
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि पोर्ट और शिपिंग सेक्टर के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है. पालघर के वधावन पोर्ट के लिए 76,200 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट मंजूर किया गया है. इस पोर्ट की क्षमता देश के बाकी सभी पोर्ट्स की संयुक्त क्षमता के बराबर होगी। पोर्ट की गहराई (नेचुरल ड्राफ्ट) 20 मीटर है, जो इसे महत्वपूर्ण बनाती है. उन्होंने बताया कि इस पोर्ट के निर्माण से 12 लाख रोजगार उत्पन्न होंगे और मेगा कंटेनर शिप इसमें आ सकेंगे. वधावन पोर्ट दुनिया के शीर्ष 10 पोर्ट्स में शामिल होगा और यह मुंबई से 150 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस परियोजना के तहत पोर्ट के कंसर्न को भी संबोधित किया गया है.
पोर्ट में 9 कंटेनर टर्मिनल और एक मेगा कंटेनर पोर्ट
अश्विनी वैष्णव ने आगे बताया कि इस पोर्ट के निर्माण के लिए हर एक स्टेकहोल्डर से चर्चा की गई है. डिजाइन में बदलाव किया गया है ताकि यह स्थानीय लोगों के फायदे के हिसाब से भी अनुकूल हो सके. यह पोर्ट इंडिया-मिडिल ईस्ट कॉरिडोर का महत्वपूर्ण हिस्सा होगा. प्रोजेक्ट 60 साल पहले शुरू हुआ था, लेकिन इसे गति प्रधानमंत्री मोदी ने दी है. इस पोर्ट में 9 कंटेनर टर्मिनल और एक मेगा कंटेनर पोर्ट होंगे. इसके अलावा, कोस्ट गार्ड के लिए एक बर्थ और फ्यूल का एक अलग बर्थ भी होगा। इस पोर्ट का पहला फेज 2029 में पूरा होने की उम्मीद है.
Read More: Aligarh चोरी के शक में युवक को पीट-पीटकर मार डाला, शहर में तनाव लगे पलायन के पोस्टर
‘ऑफ शोर विंड एनर्जी का आज अप्रूवल मिला’
अश्विनी वैष्णव ने बताया कि भारत में पहली बार ऑफशोर विंड एनर्जी का आज अप्रूवल मिला है. कई देश इस तकनीक पर आगे बढ़ रहे हैं. पहला प्रोजेक्ट गुजरात में 500 मेगावॉट का और दूसरा प्रोजेक्ट तमिलनाडु में 500 मेगावॉट का स्थापित किया जाएगा. इन दोनों प्रोजेक्ट्स की कुल लागत 7453 करोड़ रूपए होगी. गुजरात में बिजली की कीमत 4.5 रूपए प्रति यूनिट और तमिलनाडु में 4 रूपए प्रति यूनिट होगी. समुद्र के अंदर केबल लगाई जाएंगी और उन्हें पोर्ट पर लैंड करना पड़ेगा। इन दो पोर्ट्स में लैंडिंग की व्यवस्था की जाएगी.
‘काशी का एयरपोर्ट एक मॉडर्न एयरपोर्ट’
केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आगे बताया कि काशी का एयरपोर्ट एक मॉडर्न एयरपोर्ट है, लेकिन वाराणसी का लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट की क्षमता पूरी हो चुकी है. इसलिए इसका विस्तार किया जाएगा. इसमें नया टर्मिनल बनाया जाएगा और रनवे को भी बढ़ाया जाएगा. इस प्रोजेक्ट की कुल लागत 2870 करोड़ रुपए होगी. यह एयरपोर्ट भारत की संस्कृति को दिखाने का माध्यम बनेगा और इसे ग्रीन एयरपोर्ट भी बनाया जाएगा, जिससे पर्यावरण को कम से कम नुकसान हो.