झाँसीः संवाददाता- भारत नामदेव
झांसीः जनपद के समथर थाना क्षेत्र के एक गांव में नाबालिग लड़का विद्युत पोल पर चढ़कर लाइन ठीक करते समय हाइटेंशन लाइन की चपेट में आने वह गंभीर रुप से घायल हो गया। परिजनों ने उसे नजदीकी स्वास्थ्य केंन्द्र में जाकर भर्ती कराया। जहां चिकित्सकों के इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। युवक की मौत से घर मे कोहराम मच गया है। मृतक के परिजनों ने विद्युत विभाग पर लापरवाही का गंभीर आरोप लगाया। परिजनों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। परिजनों की शिकायत के बाद पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई है।
लाइन ठीक करते समय हुआ हादसाः
मामला समथर थाना के छैंवटा गांव का है। इस गांव के एक नाबालिग लड़का विद्युत विभाग की सांठ- गांठ से गड़बड़ लाइन ठीक करने का काम करता था। घटना के संबंध में मृतक के पिता मलखान सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि उसका बेटा छैंवटा गांव में मंदिर के पास खंभे पर लाइन हटा रहा था। इसी दौरान वह करंट की चपेट में आ गया, इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
वहीं मृतक के पिता मलखान सिंग का आरोप है कि छैंवटा पावर हाउस के विद्युत विभाग कर्मियों, विद्युत कर्मचारियों के कहने पर लाइन गड़बड़ होने पर सही करने जाता था। जिसके बाद पावर हाउस से शट डाउन लेकर गांव में भी बिजली सही कर देता था।
Read more: माँ की तम्बाकू की लत बच्चे की जान पर पड़ी भारी…
बिना शट डाउन के हटा रहा था तारः
पिता का आरोप है कि माता मंदिर के पीपल का पेड़ कटना था, जिसको लेकर गाँव के युवक ने शट डाउन लेकर विद्युत लाइन को हटाने के लिए कहा था। लेकिन मृतक ने बिना शट डाउन लिए बिजली के तार को हटा रहा था, इसी दौरान वह बिजली के तारों में दौड़ती करंट की चपेट में आने से झुलस गया। गंभीर अवस्था में घायल युवक को परिजनो ने नजदीकी समथर स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया, जहा चिकित्सकों ने इलाज के बाद मृत घोषित कर दिया।
विद्युत उपखंड अधिकारी ने दी सफाईः
वहीं मोठ विद्युत उपखंड अधिकारी हिमांशु यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि वह नाबालिग को न तो कोई शटडाउन दिया गया था, और न ही शट डाउन के बारें मे पाउर हाउस में सूचना दी गई थी। वह चलती लाइन में काम कर रहा था, जिससे उसकी मौत हुई है। विद्युत विभाग पर लगाए गए आरोप निराधार हैं।