बिहार के किशनगंज में आयोजित जमीयत उलेमा-ए-हिंद की सभा में देश के अलग-अलग हिस्सों से कई सारे मुस्लिम धर्मगुरु पहुंचे।मुस्लिम बाहुल्य किशनगंज के लहरा चौक स्थित मैदान में वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ यह सभा आयोजित की गई जिसमें जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष महमूद सैयद असद मदनी भी शामिल हुए सभा को संबोधित करते हुए महमूद मदनी ने मुस्लिम समाज को धैर्य रखने की बात कही और वक्त बदलता है यह एक सा नहीं रहता है इसलिए सब्र और हिम्मत बनाए रखिए।
Read More:Bihar Accident News: मिट्टी का टीला ढहने से चार बच्चियों की दर्दनाक मौत…
बिहार के किशनगंज में जुटे दुनिया भर के मुसलमान
मस्जिदों को तोड़कर मंदिर बनाए जाने पर मौलाना कासमी ने आयोजित कार्यक्रम में कहा,आज प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट को नजरअंदाज करके फैसले सुनाए जा रहे हैं सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा,आज की वर्तमान सरकार देश के एक बड़े तबके को परेशान करने की कोशिश कर रही है हम सरकार से मांग करते हैं वक्फ संशोधन बिल को वापस लिया जाए।मौलाना कासमी ने कहा,जमीयत के जिम्मेदारों ने मुल्क को आबाद करने के लिए इस मुल्क को शांतिमय बनाए रखने के लिए बड़ी-बड़ी कुर्बानियां दी हैं देश के लिए उन्होंने बलिदान दिया असम के लाखों लोगों को उनका हक दिलाया मौलाना ने सरकार की बुलडोजर कार्रवाई का सभा में खूब विरोध भी किया।
Read More:Pappu Yadav की जान पर मंडराया खतरा! अब किसने दी खौफनाक चेतावनी ? व्हाट्सएप पर आया मैसेज
वक्फ संशोधन विधेयक को बताया अंसवैधानिक
बिहार के किशनगंज में आयोजित जमीयत उलेमा-ए-हिंद की इस सभा में ना सिर्फ देश बल्कि दुनिया के अन्य देशों से भी संगठन से जुड़े सदस्य हिस्सा लेने पहुंचे।नेपाल सरकार में मंत्री और उलेमा-ए-हिंद नेपाल के अध्यक्ष मुफ्ती खालिद सिद्दीकी भी सभा में पहुंचे उन्होंने भारत में वक्फ संशोधन विधेयक को असंवैधानिक बताया और कहा यह अलोकतांत्रिक और शरीयत के खिलाफ है इस पर सरकार को तुरंत रोक लगा देनी चाहिए।
Read More:Khan Sir की गिरफ्तारी को लेकर विवाद.. जानें क्या है पूरा मामला?
बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हिंसा पर भी जताई चिंता
मौलाना मदनी ने बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचार को लेकर भी अपनी नाराजगी जाहिर की है मौलाना मदनी से जब बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचार को लेकर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा,वहां अगर मुसलमान है वह किसी गैर मुसलमान के साथ ऐसा करे तो यह बड़ा अन्याय होगा।मौलाना मदनी ने बांग्लादेश में मौजूदा हालात पर चिंता जताई और अल्पसंख्यकों के साथ हो रहे अत्याचार पर सवाल उठाए साथ ही सरकार से ऐसे मामलों पर तुरंत रोक लगाने और सख्त एक्शन लेने की मांग की है।