ग्वालियर संवाददाता
ग्वालियर : ग्वालियर में बन्हेरी गांव के सरपंच विक्रम रावत की सरेराह गोलियों से भूनकर चर्चित हत्या कांड के मामले में पुलिस ने हत्या के मास्टरमाइंड 10 हजार रुपए के इनामी आरोपी PF कमिश्नर को मुम्बई एयरपोर्ट से पुलिस ने गिरफ्तार किया है, पुलिस ने मुंबई पुलिस के असिस्टेंट कमिश्नर मनोज शर्मा की मदद से आरोपी पीएफ कमिश्नर को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है पुलिस की टीम पीएफ कमिश्नर को लेकर ग्वालियर के लिए निकल चुकी है। हत्याकांड के बाद से पीएफ कमिश्नर फरार था जिसे पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए तलाश रही थी। इस हत्याकांड में शामिल सभी आरोपियों को पुलिस पूर्व गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं पुलिस ग्वालियर लाने के बाद आरोपी से हत्या की साजिश रचने के बारे में पूछताछ करेगी।
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पुलिस मुंबई एयरपोर्ट से ग्वालियर के लिए हुआ रवाना
दरअसल पड़ाव थाना क्षेत्र के गांधी नगर स्थित कांति नगर में 9 अक्टूबर 2023 को आरोन बन्हेरी गांव के सरपंच विक्रम रावत की हमलावरों ने गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी। इस हत्याकांड में 4 नामजद सहित 12 लोगों पर हत्या और हत्या के षड़यंत्र का मामला दर्ज किया गया था। आरोपियों में मुख्य आरोपी इंदौर के पीएफ कमिश्नर मुकेश रावत को बनाया गया था। पुलिस ने सभी हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन पीएफ कमिश्नर मुकेश रावत लगातार पुलिस को चकमा देकर फरार था। लेकिन फरार इपीएफ कमिश्नर मुकेश रावत को पकड़ने के लिए लगातार पुलिस दबिश दे रही थी और आखिरकार पुलिस को सफलता मिली गई पुलिस ने आरोपी को मुंबई एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया। जिसे लेकर पुलिस मुंबई एयरपोर्ट से ग्वालियर के लिए रवाना हो गई है।
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17 परिवारों ने गांव छोड़ दिया

ग्वालियर पहुंचने के बाद उससे हत्याकांड के संबंध में पूछताछ करेगी। क्योंकि इस मामले में यह आखिरी आरोपी है। इसमें सभी शूटर्स को पहले ही पकड़ा जा चुका है। मुख्य शूटर को पुलिस ने शॉर्ट एनकाउंटर में पकड़ा था। हम आपको बता दे कि सरपंच विक्रम रावत की हत्या के बाद उसके परिजन, समर्थक व अन्य लोगों ने बन्हेरी गांव में जमकर उपद्रव कर सत्रह घरों में जमकर तोडफ़ोड़, मारपीट, आगजनी और लूटपाट की थी। इसके बाद 17 परिवारों ने गांव छोड़ दिया था और आज भी गांव के इन घरों में सन्नाटा पसरा है।
पूछताछ के बाद कई खुलासे सामने आए
इस मामले में पुलिस ने 70 लोगों पर एफआईआर दर्ज की थी। जिसमें अभी पुलिस मात्र तीन आरोपी पकड़ पाई है। आरोपियों के पकड़े नहीं जाने से दहशत के चलते आधा गांव अभी भी खाली पड़ा हुआ है और यह परिवार दहशत के कारण वापस नहीं आए हैं। फिलहाल मास्टरमाइंड के पकड़े जाने के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली है और अब उससे पूछताछ के बाद कई खुलासे सामने आएंगे।