Market Strategy: भारत के शेयर बाजार में इस समय जो स्थिति बन रही है, उसमें निफ्टी (NIFTY) का 22,000 तक गिरना कोई हैरानी की बात नहीं होगी। बाजार विशेषज्ञ अनुज सिंघल के अनुसार, 22,000 से शुरू हुई रैली अब फिर से 22,000 के स्तर तक लौटने को तैयार है, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या निफ्टी 22,000 पर रुक जाएगा? अगर बजट में कोई बड़ा सकारात्मक निर्णय नहीं आता, तो बाजार में और भी गिरावट देखने को मिल सकती है। अगर 20% की करेक्शन होती है, तो निफ्टी 21,000 तक भी जा सकता है।
निफ्टी के गिरने की वजह और क्या करना चाहिए निवेशकों को?

अनुज सिंघल ने यह भी बताया कि इन परिस्थितियों में निवेशकों को सोच-समझकर अपने पोर्टफोलियो की रणनीति तय करनी चाहिए। उनके अनुसार, कई रिटेल निवेशकों के पोर्टफोलियो में भारी नुकसान हो चुका है, क्योंकि एक महीने में एक साल की रैली खत्म हो चुकी है। यदि निफ्टी 23,000 से 22,000 के स्तर तक गिरता है, तो यह स्थिति निवेशकों के लिए काफी दर्दनाक साबित हो सकती है। ऐसे में निवेशकों को समझदारी से अपनी निवेश रणनीति पर विचार करना जरूरी है।
बाजार में आगामी घटनाओं का प्रभाव ?

सिंघल ने आगे कहा कि इस हफ्ते बाजार में कई महत्वपूर्ण घटनाएँ हो सकती हैं, जो निफ्टी के मूवमेंट को प्रभावित कर सकती हैं। ग्लोबल और लोकल दोनों ही स्तरों पर इस हफ्ते बड़े इवेंट्स की झड़ी लगी हुई है। इसके अलावा, जनवरी में अब तक निफ्टी में 2.3% की गिरावट देखने को मिली है, लेकिन यह आंकड़ा कुछ ज्यादा छिपा हुआ भी हो सकता है, क्योंकि बाजार की वास्तविक स्थिति इससे कहीं अधिक जटिल हो सकती है।
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निवेशकों के लिए सलाह

अनुज सिंघल ने निवेशकों को सलाह दी है कि वे इस समय अपने निवेशों की समीक्षा करें और जोखिम कम करने के लिए रणनीतियों पर काम करें। अगर बाजार में गिरावट जारी रहती है, तो निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो को संतुलित करना और नए निवेश करने से पहले किसी भी संभावित जोखिम को ध्यान में रखना जरूरी होगा।