Maratha Reservation Protest Live: महाराष्ट्र में आरक्षण को लेकर मराठा आंदोलन के नाम पर जो आग भड़की थी। उसकी आग अब पूरे प्रदेश में तेजी से फैल गई है। आंदोलनकारियाों ने सरकार के खिलाफ हल्ला बोलना शुरू कर दिया है। मराठा आंदोलन अब और उग्र रूप लेता जा रहा है। खासकर महारष्ट्र के बीड और जालना में आंदोलनकारी हिंसक होते जा रहे हैं…जो सरकारी संपत्तियों के साथ-साथ सरकार के नुमाइंदों को निशाना बनाने लगे हैं। महाराष्ट्र में मराठा समुदाय के लोग लगातार आरक्षण की मांग करते आ रहे है। अब एक बार आरक्षण की मांग को लेकर मुददा गरम हो गया है। माराठा आरक्षण आंदोलन को लेकर फिर से महाराष्ट्र सुलग उठा है, यहां आंदोलन की लहर एक बार फिर चल पड़ी है। लोग आत्महत्या कर रहे हैं। बुधवार को भी चार युवकों ने आत्महत्या की कोशिश की है।
सितंबर में भड़की थी माराठा आंदोलन की हिंसा
बता दें कि बीते 1 सितंबर 2023 शुक्रवार को मराठा नेता मनोज जारांगे के नेतृत्व में धरना प्रर्दशन हुआ था और खुद धरने पर बैठ गए थे। महाराष्ट्र के जालना जिले में माराठा आरक्षण आंदोलन हिसंक हो गया था। आंदोलन में देखते ही देखते हिंसा भड़क गई थी। हिंसा में पत्थरबाजी और लाठीचार्ज खूब चली थी। इस दौरान हिंसा में करीब 42 पुलिस कर्मी समेत 20 आंदोलन कारी घायल हो गए थे। अधिकारियों की मिली जानकारियों के अनुसार अंबाड तहसील में धुले – सोलापुर रोड पर अंतरवाली सारथी गांव में हिंसक भीड़ में तितर – बितर करने के लिए पुलिस ने लाठी चार्च किया था। पुलिस ने उपद्रियों की भीड़ पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े।
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भूख हड़ताल पर बैठे मराठा नेता
मराठा आंदोलन आरक्षण को लेकर महाराष्ट्र में जगह- जगह प्रर्दशन जारी है। मराठा नेता मनोज जारंगे आंदोलन कारियों के साथ कई दिनो से भूख हड़ताल पर बैठे है। इस बीच मंत्रालय के गेट पर भी कई विधायक प्रदर्शन कर रहे थे। सूत्रो के मुताबिक मुंबई मंत्रालय में हड़ताल कर रहे सभी विधायकों को हिरासत में ले लिया गया है। और मंत्रालय का ताला खोल दिया गया है। आपको बता दें कि महाराष्ट्र में मराठा समुदाय को ओबीसी आरक्षण दिलाने और जारांगे पाटलों के समर्थन के लिए आत्महत्या का प्रयास किया। शुरुआत में 26 साल के युवक रंजीत मंजारे ने जहरीली दवा खा ली। इसके बाद, रंजीत मंजरे के समर्थन में दीपक पाटिल, योगेश मंजरे और प्रशांत मंजरे ने अस्पताल परिसर में यह जहरीली दवा पीकर आत्महत्या करने की कोशिश की। चारों का देवगांव के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है।
सीएम ने बुलाई सर्वदलीय बैठक
महाराष्ट्र में ओबीसी आरक्षण की मांग को लेकर मराठा आंदोलन उग्र हो गया। मराठा समुदाय की ओर से कई बिधायक भी धरने पर बैठे है। मराठा आंदोलन की आरक्षण मांग काफी दिनों से चल रही है। जिसके लिए मराठा आंदोलन प्रर्दशन कर रहे है। इसी बीच महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ सिंदे ने मराठा आंदोलन के बीच, एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है। मराठा विधायकों ने मंत्रालय के अंदर मुख्य द्वार बंद कर नारेबाजी की। सर्वदलीया बैठक में विशेष सत्र बुलाने और मराठा आरक्षण देने की मांग रखी गई है। सर्वदलीय बैठक में विधायक बाबासाहेब पाटिल, शेखर निकम, राहुल पाटिल, कैलास पाटिल, राजू नवघरे, बाबाजानी दुर्गानी, अमोल मिटकरी, मोहनराव हंबरडे, विक्रम काले और अन्य विधायक शामिल थे।
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क्या है माराठा आंदोलन
महाराष्ट्र में एक बार फिर से मराठा आरक्षण आंदोलन भड़क उठा है। महाराष्ट्र में मराठो की आबादी राज्य की कुल आबादी का 33 प्रतिशत है। और वे अपने लिए सरकारी नौकरी में 16 प्रतिशत आरक्षण की मांग कर रहे हैं। मुश्किल यह है कि अगर इन्हें अलग से आरक्षण दिया जाता है, तो आरक्षण की अधिकतम सीमा पार हो जाएगी। अगर माराठों को पिछड़ा वर्ग में शामिल कर उन्हें आरक्षण दिया गया तो ओबीसी की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है। राज्य की बीजेपी सरकार आंदोलन की आग पर पानी डालने को मराठा को भी आरक्षण देने का रास्ता निकालने में जुटी हुई है, लेकिन स्थिति एक तरफ कुआं और दूसरी तरफ खाई वाली है।