Maratha Reservation: मराठा समुदाय को अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के तहत आरक्षण देने की मांग कर रहे मराठा कार्यकर्ता मनोज जरांगे पाटिल अनिश्चितकालीन अनशन कर रहे है. उन्होंने राज्य सराकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि भूख हड़ताल के दौरान उनकी मौत हो जाती है तो मराठा समुदाय के सदस्य महाराष्ट्र को उसी तरह आग लगा देंगे, जैसे भगवान हनुमान ने लंका जलाई थी.
Read more: ‘संविधान बदल सकता है, लेकिन कुरान नहीं बदल सकती’ Farooq Abdullah का BJP पर तंज
बॉम्बे HC ने जरांगे की सेहत का जायजा का दिया निर्देश
बता दे कि मनोज जरांगे पाटिल के नजदीकी कार्यकर्ता ने बताया कि अनिश्चितकालीन अनशन के चलते मनोज जरांगे का स्वास्थ्य काफी ज्यादा खराब हो रहा है. लेकिन फिर भी डॉक्टरों को अपनी जांच नहीं करने दे रहे है. इस मामले में बॉम्बे हाई कोर्ट ने मराठा कोटा को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे मनोज जरांगे पाटील की सेहत का जायजा लेने का निर्देश दिया है. कोर्ट ने पाटील को कहा कि वे सरकारी डॉक्टरों को उनकी सेहत की जांच करने और जरूरी इलाज करने की अनुमति दें.
बता दे कि जरांगे 10 फरवरी से भूख हड़ताल पर है. भूख हड़ताल पर बैठे मनोज जरांगे पाटिल की तबीयत खराब बताई जा रही है. उनको चक्कर आ रहे है. जरांगे की तरफ से पानी, भोजन और दवा लेने से मना कर दिया गया जिसकी वजह से उनका हालत ज्यादा खराब हो गई. उनकी बिगड़ती सेहत को लेकर कार्यकर्ता भी चिंतित हो गए है. वहीं विरोध स्थल पर कार्यकर्ताओं की भीड़ भी बढ़ गई है.
सीएम एकनाथ शिंदे की प्रतिक्रिया आई सामने
भूख हड़ताल पर बैठे मनोज जरांगे पाटिल पर सीएम एकनाथ शिंदे की प्रतिक्रिया सामने आई है. एकनाथ शिंदे ने कहा कि सराकार ने तो पहले ही मराठा आरक्षण के संदर्भ में खुद को पूरी तरह से स्पष्ट कर दिया था. शुक्रे समिति की रिपोर्ट के आधार पर हम मराठा आरक्षण को आगे बढ़ाएंगे. कुनबी पंजीकरण के संदर्भ में आरक्षण को पहले ही आगे बढ़ाया जा चुका है और इस पर काम पहले से ही चल रहा है. अनशन पर जाने की कोई जरूरत नहीं थी, लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा हो रहा है. इसी कड़ी में सीएम एकनाथ शिंदे ने आगे कहा कि मनोज जरांगे पाटिल से अनुरोध करते है वो अपने अनशन को वापस लें. सरकार मांगों को पूरा करने के लिए सकारात्मक रूप से अपना काम कर रही है.
read more: Farmers Protest: किसानों का सड़क पर उतरने के बाद अब सोशल मीडिया पर कूच की तैयारी,क्या है पूरा प्लान?