Manmohan Singh News: पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस सांसद डॉ.मनमोहन सिंह अब संसद के उच्च सदन राज्यसभा में नहीं नजर आएंगे। मनमोहन सिंह का राज्यसभा से आज कार्यकाल खत्म हो गया है। इस दौरान इनमें से सात केंद्रीय मंत्रियों समेत 49 सदस्यों का कार्यकाल मंगलवार को समाप्त हो गया। वहीं पांच सदस्यों का कार्यकाल आज समाप्त हो जाएगा। जिनमें सात केंद्रीय मंत्रियों शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया भी शामिल हैं। वहीं पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह बुधवार यानी की आज राज्यसभा में अपनी 33 साल लंबी संसदीय पारी खत्म किए।
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राज्यसभा में नहीं दिखेंगे मनमोहन सिंह
वहीं आर्थिक सुधारों के सूत्रधार माने जाने वाले 91 साल के मनमोहन सिंह अक्टूबर 1991 में पहली बार राज्यसभा के सदस्य बने थे, वह 1991 से 1996 तक नरसिम्हा राव की सरकार में वित्त मंत्री और 2004 से 2014 तक देश के प्रधानमंत्री रहे चुके हैं। वहीं वित्त मंत्री रहते हुए डॉ. मनमोहन सिंह ने 1991 में देश की आर्थिक और औद्योगिक नीतियों की घोषणा करते हुए आर्थिक सुधारों की शुरुआत की है।
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खरगे ने लिखा इमोशनल लेटर
आपको बता दें कि इस दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार 2 अप्रैल को डॉ. मनमोहन सिंह को पत्र लिखकर कहा कि-” अब आप राज्यसभा में नहीं होंगे और सक्रिय राजनीति से रिटायर हो रहे हैं, इसके बाद भी आपकी आवाज देश की जनता के लिए उठती रहेगी।”
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कौन-कौन हो रहा रिटायर?
सात केंद्रीय मंत्रियों शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, पशुपालन और मत्स्य पालन मंत्री पुरषोत्तम रूपाला, सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री राजीव चंद्रशेखर, विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन, सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्यम मंत्री नारायण राणे और सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री एल. मुरुगन का कार्यकाल मंगलवार को समाप्त हो गया। इसके अलावा पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का कार्यकाल आज समाप्त हो गया, वहीं अश्विनी वैष्णव को छोड़कर ये सभी केंद्रीय मंत्री लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं, जिन्हें उच्च सदन में एक और कार्यकाल नहीं दिया गया है, केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और एल मुरुगन को राज्यसभा में एक और कार्यकाल दिया गया है।”