- कृषि भवन में TMC नेताओं का सियासी ड्रामा
- ममता बनर्जी ने मोदी सरकार को घेरा
- कई नेताओं को पुलिस ने घासीटा
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West Bangal: दिल्ली में टीएमसी के नेताओं ने मंगलवार देर रात कृषि भवन में जमकर सियासी ड्रामा किया। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें वहां से हटाया और हिरासत में ले लिया। टीएमसी नेता करीब पचास लोगों एक साथ केन्द्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति से मिलने की मांग पर अड़े रहे, जबकि निरंजन ज्योति अपने दफ्तर में पांच लोगों के डेलीगेशन से मिलने के लिए तैयार थी। ये हंगामा, चीक पुकार, नारे बाजी, पुलिस से नूरा कुस्ती, ये सब दिल्ली के कृषि भवन में चलती रही थी। आखिरकार पुलिस ने TMC नेताओं को हिरासत में लिया। इनमें टीएमसी नेता महुआ मोईत्रा भी थी। दिल्ली पुलिस की कई गाड़िया आयी और अभिषेक बनार्जी समेत कई नेताओं को उठाकर ले गयी। दरअसल पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार केंद्र के खिलाफ दिल्ली में पिछले दो दिनों से प्रदर्शन कर रही है।
TMC के कार्यकर्ताओं ने इस प्रदर्शन में भाग लिया
ममता बनर्जी सरकार का आरोप है कि केंद्र ने राज्य सरकार का मनरेगा और पीएम आवास योजना का 15 हजार करोड़ रुपया बकाया रखा हुआ है। जिसको लेकर ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर हल्ला बोला। देशभर से टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने इस प्रदर्शन में भाग लिया। जहां टीएमसी के मिशन दिल्ली विरोध के आखिरी दिन बड़ा ड्रामा देखने को मिला। दरएसल टीएमसी के चालीस सदस्यों का डेलीगेशन केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति से मिलने पहुंचा।
इस दल की अगुवाई टीएमसी में नंबर दो के नेता और बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी कर रहे थे। इन नेताओं ने आरोप लगाया कि अपॉइंटमेंट पर तीन घंटे इंतजार के बावजूद मंत्री ने उनसे मिलने से इंकार दिया। जिसके बाद अभिषेक बनर्जी कृषि भवन के परिसर में धरने पर बैठ गये। धरना दे रहे तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने दावा किया कि राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने उनसे यह कहते हुए मिलने से इनकार कर दिया कि वे पांच से अधिक प्रतिनिधियों से नहीं मिलेंगी।
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टीएमसी कार्यकर्ताओं को पुलिस रही उठा
इसके बाद दिल्ली पुलिस ऐक्शन में आ गई। और टीएमसी कार्यकर्ताओं को उठा कर ले जाने लगी। वही टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया। जिसमें कुछ महिला पुलिसकर्मी उन्हें उठाकर ले जा रही हैं। आधी रात तक चले हाई वोल्टेज सियासी ड्रामे के बीच दिल्ली कृषि भवन में धरने के दौरान हिरासत में लिए गए तृणमूल कांग्रेस सांसद अभिषेक बनर्जी सहित अन्य टीएमसी नेताओं को पुलिस ने देर रात रिहा कर दिया। टीएमसी महासचिव अभिषेक बनर्जी ने आरोप लगाते हुए इसे लोकतंत्र का काला दिन बताया। यह घटनाक्रम तब हुआ, जब राज्य को निधि जारी करने की मांग को लेकर केंद्र और पश्चिम बंगाल सरकार के बीच रस्साकशी तेज हो गई। जिसके बाद उनके ऊपर ये कार्यवाई हुई।
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राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने एक्स पर एक वीडियो किया पोस्ट
तो वही दूसरी तरफ राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने एक्स पर एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें वे अपने आफिस में बैठी हुई दिखाई दे रही हैं। GFX-IN उन्होंने लिखा- ”आज 02:30 घंटे का समय व्यर्थ गया. आज तृणमूल के सांसदों की प्रतीक्षा करते करते 08:30 बजे कार्यालय से निकली हूं। मेरी जानकारी के अनुसार तृणमूल के सांसद और बंगाल के मंत्रियों के प्रतिनिधिमंडल ने कार्यालय में 06:00 बजे मिलने का समय लिया था, लेकिन बाद में वे तृणमूल के कार्यकर्ताओं को जनता बताकर मिलना चाह रहे थे। जो कि कार्यालय की व्यवस्था के विरुद्ध था। संबंधित भेंट के तय विषयों से वे पीछे हट गए क्योंकि उनका उद्देश्य भेंट करना नहीं था, उनकी मंशा राजनीति करने की थी। तृणमूल नेताओं द्वारा की गई यह अत्यंत शर्मनाक घटना है”।
हलाकि दिल्ली में टीएमसी पार्टी नेताओं को हिरासत में लिए कुछही देर बाद उन्हे रिहा भी कर दिया गया…लेकिन टीएमसी महासचिव ने दिल्ली पुलिस की इस कार्वाई को लेकर 5 अक्टूबर को कोलकाता में ‘राजभवन चलो’ मार्च की भी घोषणा कर दी… अब ये बात तो तय है कि आने वाले समय में इस हंगामे पर सियासी संग्राम होना तय माना जा सकता है।