CM Mamata Banerjee : बांग्लादेश में सरकारी नौकरी में आरक्षण के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन लगतार जारी है। प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले और रबर की गोलियां चलाईं। इससे पहले मंगलवार को हुई हिंसक झड़पों में छह लोगों की मौत हो गई थी और कई घायल हुए थे।वहीं आंदोलनकारियों की मांग है कि सरकारी नौकरियों में आरक्षण की व्यवस्था समाप्त की जाए।
इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बड़ा बयान दिया है। रविवार को कोलकाता में शहीद दिवस की रैली के अवसर पर विक्टोरिया हाउस के सामने आयोजित सभा को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी बांग्लादेश के लोगों को पूरा तरह से सहयोग करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल के दरवाजे सदा ही उनके लिए खुले हुए हैं।
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बंगाल का दरवाजा खटखटाएंगे, तो दूंगी मदद
उन्होंने कहा कि अगर असहाय लोग बंगाल का दरवाजा खटखटाएंगे तो हम उन्हें आश्रय जरूर देंगे, क्योंकि संयुक्त राष्ट्र का एक प्रस्ताव है। अगर कोई शरणार्थी है तो आसपास का इलाका उन्हें आश्रय देगा। कुछ देर बाद ट्ववीट कर भी ममता ने यही बात दोहराई।
दरअसल कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस की ‘शहीद दिवस’ रैली में ममता ने कहा, मुझे बांग्लादेश के मामलों पर नहीं बोलना चाहिए क्योंकि वह एक संप्रभु राष्ट्र है और इस मुद्दे पर जो कुछ भी कहा जाना चाहिए वह केंद्र सरकार का विषय है। लेकिन मैं आपको यह बता सकती हूं कि यदि संकट में फंसे लोग बंगाल के दरवाजे खटखटाएंगे तो हम उन्हें शरण जरूर देंगे। ऐसा इसलिए है क्योंकि संयुक्त राष्ट्र का एक प्रस्ताव है, जो कहता है कि अशांत क्षेत्रों के लोगों को आसपास के क्षेत्रों को शरण देनी चाहिए।
ट्वीट में भी यही बात दोहराई
कुछ देर बाद उन्होंने ट्वीट भी किया। जिसमें उन्होंने लिखा कि- संकटग्रस्त बांग्लादेश से सैकड़ों छात्र और अन्य लोग पश्चिम बंगाल और भारत लौट रहे हैं. मैंने अपने राज्य प्रशासन से वापस लौटने वालों को सभी सहायता और सहायता प्रदान करने के लिए कहा है। लगभग 300 छात्र आज हिली सीमा पर पहुंचे और उनमें से अधिकांश सुरक्षित रूप से अपने-अपने घरों के लिए रवाना हो गए. हालांकि, उनमें से 35 को मदद की जरूरत थी और हमने उन्हें बुनियादी सुविधाएं और सुविधा सहायता प्रदान की। संगठन में शक्ति है!
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लोगों से संयम बरतने की अपील
ममता बनर्जी ने कहा, बंगाल के जो लोग बांग्लादेश की हिंसा में फंस गए हैं, उन्हें हर तरह की सहायता दी जा रही है। बनर्जी ने पश्चिम बंगाल के लोगों से ज्यादा उत्तेजित न होने की अपील की। हमें संयम बरतना चाहिए और इस मुद्दे पर किसी भी उकसावे या उत्तेजना में नहीं आना चाहिए. तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने पड़ोसी देश में जारी हिंसा का शिकार बने लोगों के साथ अपनी एकजुटता भी व्यक्त की।
बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण व्यवस्था में सुधार की मांग को लेकर कई दिन से प्रदर्शन हो रहे हैं और हालात बिगड़ने पर शनिवार को पूरे देश में सख्त कर्फ्यू लगा दिया गया। सैन्य बलों ने राष्ट्रीय राजधानी ढाका के विभिन्न हिस्सों में गश्त की।