दमोह संवाददाता- नितिन राजपूत
दमोह मे आज एक दर्दनाक घटनाक्रम सामने आया है, जिसमे शहर के सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले फुटेरा वार्ड बड़े पुल पर संचालित एक पटाखा फैक्ट्री मे ब्लास्ट होने से हंगामा मैच गया।
पटाखा फैक्ट्री मे काम कर मजदूर महिलाये तथा पुरुष मलबे मे दब गए…
वही घटना के बाद चारो तरफ चीख पुकार का शोर सुनाई देने लगा, बताया जा रहा है, कि ब्लास्ट इतना बड़ा था कि जिस मकान मे फैक्ट्री संचालित हो रही थी। उसके परखच्चे उड़ गए, वही इस घटना मे पटाखा फैक्ट्री मे काम कर मजदूर महिलाये तथा पुरुष मकान के मलबे मे दब गए, जिसके बाद घटना कि सूचना मिलते ही मोके पर पहुंची पुलिस और प्रशासन कि टीम ने रेस्क्यू कर मलवे मे फसे लोगो को निकला और अस्पताल भेजा, जिसमे 2 महिलाओ तथा एक पुरुष मौत हो गई, और 10 लोगो कि हालत गंभीर हो गई, वही सभी घायलों को जिला अस्पताल मे भर्ती कराया, जहा से दो कि हालत गंभीर होने के कारण जबलपुर रिफर कर दिया, तथा 8 का इलाज जिला अस्पताल मे किया जा रहा है।
मामले मे जो भी दोषी होगा,बक्शा नहीं जायेगा…
घटना कि माने तो दमोह कि पुलिस और प्रशासन कि इसमे बड़ी लापरवाही सामने आई है, सबाल यह है कि संकीर्ण और घने रहवासी वाले एरिया मे आखिर यह पटाखा फैक्ट्री कैसे संचालित हो रही थी, हलाकि इस पूरे मामले मे दमोह कलेक्टर मयंक अग्रवाल के द्वारा मजिस्ट्रेरियल जाँच के आदेश जारी किये है, तथा कहा है कि मामले मे जो भी दोषी होगा,बक्शा नहीं जायेगा, तथा कड़ी कार्यवाही कि जाएगी, वही इस पूरी घटना को लेकर स्थानीय लोग प्रशासन और पुलिस पर काफ़ी आक्रोसित है, कि आखिर यह अबैध फैक्ट्री लम्बे समय से संचालित होती रही, और प्रशासन तथा पुलिस के द्वारा मॉनिटरिंग क्यों नहीं कि गई।