Gujarat News: गुजरात के मेहसाणा जिले के कादी तालुका के जासलपुर गांव में एक निर्माणाधीन फैक्ट्री में बड़ा हादसा हो गया। यहां मिट्टी धंसने और दीवार गिरने से सात मजदूरों की मौत हो गई। यह हादसा तब हुआ जब मजदूर भूमिगत टैंक के लिए खुदाई कर रहे थे। अचानक मिट्टी धंस गई और मजदूर उसमें दब गए। हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंची और राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया गया।
मलबे से निकाले गए सात शव
स्थानीय प्रशासन और पुलिस बल ने मौके पर पहुंचकर तुरंत बचाव अभियान शुरू किया। अब तक मलबे से सात मजदूरों के शव बरामद किए जा चुके हैं। हादसे की गंभीरता को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। घटनास्थल पर मजदूरों के परिजन भी पहुंच गए हैं, जिनका रो-रो कर बुरा हाल है। इस दर्दनाक हादसे ने स्थानीय प्रशासन में भी हड़कंप मचा दिया है।
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मलबे में फंसे मजदूरों को निकालने का प्रयास जारी
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह हादसा उस वक्त हुआ जब मजदूर जासलपुर गांव के समीप एक स्टील कंपनी के लिए टैंक का निर्माण कर रहे थे। मिट्टी धंसने के कुछ ही समय बाद, फैक्ट्री की दीवार भी गिर गई, जिससे हालात और गंभीर हो गए। हादसे में सात मजदूरों की जान चली गई, जबकि अन्य मजदूरों के भी मलबे में फंसे होने की आशंका जताई जा रही है। घटनास्थल पर पांच एंबुलेंस तैनात की गई हैं और जेसीबी मशीनों की मदद से मलबा हटाने का काम तेजी से जारी है।
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दीवार गिरने के बाद स्थिति और बिगड़ी
हादसे के वक्त मजदूर फैक्ट्री में टैंक बनाने के लिए गड्ढा खोद रहे थे। पहले मिट्टी धंसने से मजदूर दब गए, फिर उसके बाद दीवार भी अचानक भरभरा कर गिर गई। मिट्टी और दीवार के मलबे के नीचे कई मजदूर फंस गए, जिनमें से कुछ को बचाने के प्रयास अभी भी जारी हैं। जेसीबी की मदद से मिट्टी हटाई जा रही है और मलबे में दबे मजदूरों को बाहर निकालने की कोशिश की जा रही है।
स्थानीय प्रशासन ने दी जानकारी
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए। स्थानीय प्रशासन ने बताया कि हादसे की वजहों की जांच की जा रही है और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों। फिलहाल, राहत एवं बचाव कार्य तेजी से चल रहा है और मलबे में फंसे अन्य मजदूरों को बचाने की हर संभव कोशिश की जा रही है।
फैक्ट्री प्रबंधन पर उठे सवाल
हादसे की खबर मिलते ही वहां काम कर रहे मजदूरों के परिजन भी घटनास्थल पर पहुंच गए। अपनों को खोने का गम झेल रहे परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। इस हादसे के बाद फैक्ट्री प्रबंधन की लापरवाही पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। पुलिस ने फैक्ट्री मालिक और ठेकेदारों से पूछताछ शुरू कर दी है और जांच रिपोर्ट आने के बाद हादसे की असल वजह का खुलासा होने की उम्मीद है। मजदूरों की जान को सुरक्षित रखने के लिए उचित सुरक्षा उपाय न होने के कारण बार-बार ऐसी घटनाएं होती हैं। स्थानीय लोग और मजदूर संगठनों ने हादसों से बचने के लिए सख्त कानूनों की मांग की है।
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