Baba Siddiqui Murder Case: महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में 12 अक्टूबर को दशहरे वाले दिन हुए एक हत्याकांड ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया जिसके बाद मुंबई पुलिस और मुंबई क्राइम ब्रांच के लिए इस हत्या का खुलासा करने एक बड़ी चुनौती बन गई थी। मुंबई पुलिस ने एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी (Baba Siddiqui) की हत्या में शामिल रहे 2 आरोपियों को घटनास्थल से गिरफ्तार किया था लेकिन गोली चलाने वाला मुख्य आरोपी शिवा गौतम हत्या के बाद से ही फरार चल रहा था।
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शिवा गौतम ने पुलिस के सामने उगले कई राज
मुंबई पुलिस ने बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल रहे 2 आरोपियों से पूछताछ के बाद शिवा गौतम की तलाश तेज कर दी थी उसके दोस्तों और करीबियों के ऊपर पुलिस की बराबर नजर बनी हुई थी जिसका नतीजा रहा कि,नेपाल भागने से पहले मुंबई क्राइम ब्रांच और यूपी एसटीएफ ने संयुक्त कार्रवाई में शिवा गौतम को बहराइच के नानपारा इलाके से गिरफ्तार कर लिया वह कुछ दिनों में नेपाल जाने वाला था लेकिन उससे पहले उसकी गिरफ्तारी पुलिस के लिए एक बड़ी कामयाबी है।
हत्या के बाद घटनास्थल के पास रुका रहा शिवा
शिवा गौतम ने पुलिस के सामने पूछताछ में कई बड़े खुलासे किए हैं उसने पुलिस को बताया कि,12 अक्टूबर को बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद कुछ देर तक वह वहीं घटनास्थल के आस-पास लोगों के बीच छिपा रहा इसके बाद वहां से छिपते-छिपाते कुर्ला तक पहुंचा यहां से ठाणे जाने के लिए उसने लोकल ट्रेन पकड़ी और यात्रा के दौरान उसने अपना बैग और मोबाइल वहीं कहीं फेंक दिया था। 13 अक्टूबर की सुबह शिवा पुणे पहुंचा यहां से उसने लखनऊ जाने के लिए ट्रेन पकड़ी इस दौरान उसने सहयात्रियों के फोन से अपने करीबियों से बात की इस दौरान वह लगातार इंटरनेट कॉलिंग के जरिए ही सहयोगियों से बात करता रहा।
नेपाल भागने की फिराक में था आरोपी शिवा
लखनऊ से होते हुए शिवा अपने गृह नगर बहराइच पहुंचा यहां उसने नेपाल सीमा से सटे नानपारा गांव में शरण ले रखी थी जहां से उसे नेपाल के लिए फरार होना था लेकिन इस दौरान शिवा के करीबी दोस्तों के ऊपर पुलिस बराबर नजर रख रही थी। पुलिस ने देखा कि,उसके चार दोस्तों ने बहराइच में दुकान पर जाकर कुछ शर्ट और ट्राउजर्स खरीदे थे। इसके बाद चारों दोस्त दो बाइक पर सवार होकर उस जगह जाने लगे जहां शिवा गौतम छिपा था लेकिन पुलिस ने इससे पहले चारों को नानपारा के बाहरी इलाके में एक पुल पर रोक लिया और सख्ती से पूछताछ करने के बाद चारों ने शिवा गौतम के ठिकाने के बारे में बताया जहां से पुलिस ने शिवा को गिरफ्तार कर लिया।
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महाकाल मंदिर में मिलने वाली थी सुपारी की रकम
शिवा गौतम ने पुलिस पूछताछ में बताया है कि,उसको जीशान सिद्दीकी और बाबा सिद्दीकी जो पहले मिल जाए उसको मारने के लिए कहा गया था हत्या करने से पहले भी उसने लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई से बात की थी। बाबा सिद्दीकी की हत्या से पहले शिवा और अन्य आरोपियों को गैंग की ओर से 15 से 20 हजार रुपये दिए गए थे फिर वारदात को अंजाम देने के बाद 10 लाख रुपये देने की बात कही गई थी। सुपारी की रकम की पहली किस्त के लिए सभी को उज्जैन के महाकाल मंदिर पहुंचना था इसके बाद फिर वैष्णो देवी में सभी को मिलना था लेकिन वारदात के समय ही धर्मराज और गुरमेल की गिरफ्तारी होने के कारण यह प्लान फेल करना पड़ा था।