Maharashtra Assembly Elections: एनकाउंटर स्पेशलिस्ट और पूर्व पुलिस अधिकारी प्रदीप शर्मा (Pradeep sharma) की पत्नी स्वीकृति शर्मा (Sweekriti Sharma) जल्द ही एकनाथ शिंदे गुट की शिवसेना में शामिल होंगी। विधानसभा चुनाव से पहले स्वीकृति शर्मा के इस निर्णय ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। अब सवाल उठ रहा है कि क्या उन्हें विधानसभा का टिकट भी मिलेगा, लेकिन इस पर अभी तस्वीर साफ नहीं हो पाई है।
प्रदीप शर्मा का राजनीतिक सफर
प्रदीप शर्मा ने 2019 में अविभाजित शिवसेना से चुनाव लड़ा था, उस समय शिवसेना का नेतृत्व उद्धव ठाकरे कर रहे थे। उन्होंने क्षितिज हितेंद्र ठाकुर के खिलाफ चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। प्रदीप शर्मा ने 35 साल के अपने पुलिस करियर को छोड़कर राजनीति में कदम रखा था। उन्होंने 2019 में पुलिस सेवा से इस्तीफा देकर नालासोपारा से चुनाव लड़ा था, जिसमें बहुजन विकास अघाड़ी के प्रत्याशी क्षितिज हितेंद्र ठाकुर ने उन्हें हराया था।
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स्वीकृति शर्मा का शक्ति प्रदर्शन
स्वीकृति शर्मा शिवसेना में शामिल होने से पहले एक बड़ा शक्ति प्रदर्शन करेंगी। वह 25 बसों, 50 कारों और 100 से अधिक बाइकों के साथ शक्ति प्रदर्शन करेंगी। स्वीकृति समाज सेविका हैं और वर्तमान में ‘महिला स्वालंबन समिति’ की अध्यक्ष हैं। उन्होंने और उनके पति ने लोकसभा चुनाव में शिवसेना के लिए प्रचार किया था। हाल ही में, जब महाराष्ट्र सरकार ने ‘लड़की बहिन योजना’ की शुरुआत की थी, तो दोनों ने उसका समर्थन किया था।
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प्रदीप शर्मा की विवादित पृष्ठभूमि
प्रदीप शर्मा को अगस्त 2008 में भ्रष्टाचार के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया था, लेकिन 2017 में उन्हें निर्दोष घोषित कर नौकरी बहाल कर दी गई थी। हालांकि, उन्हें 2021 में एनआईए ने अरबपति उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास एंटीलिया के बाहर विस्फोटकों से भरी एसयूवी मिलने और मनसुख हिरेन की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया था। प्रदीप शर्मा ने इस मामले में खुद को निर्दोष बताया था और दावा किया था कि उन्हें फंसाया गया है। उनकी कई जमानत याचिकाएं बॉम्बे हाईकोर्ट ने खारिज कर दी थीं।
प्रदीप शर्मा का पुलिस करियर
प्रदीप शर्मा ने 1983 में मुंबई पुलिस में सब-इंस्पेक्टर के रूप में करियर शुरू किया था। वह 300 से अधिक मुठभेड़ों में शामिल रहे हैं, जिनमें से 113 एनकाउंटर उनके नाम पर दर्ज हैं। उन्होंने दाउद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर को उगाही के मामले में गिरफ्तार किया था। उनकी एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के रूप में पहचान बन चुकी है।
एंटीलिया बम कांड
दक्षिण मुंबई में अंबानी के घर के बाहर 25 फरवरी 2021 को एक स्कॉर्पियो में विस्फोटक सामग्री मिली थी। हिरेन ने दावा किया था कि वह उसकी गाड़ी है और चोरी हो गई थी। कुछ दिन बाद, 5 मार्च को हिरेन का शव ठाणे क्रीक में मिला था। इस मामले में प्रदीप शर्मा के अलावा अन्य आरोपियों में बर्खास्त पुलिसकर्मी रियाजुद्दीन काजी, विनायक शिंदे और सुनील माने शामिल हैं। स्वीकृति शर्मा का शिवसेना में शामिल होना एक महत्वपूर्ण राजनीतिक कदम है।
इससे पार्टी को एक नई ऊर्जा मिल सकती है। हालांकि, उनके पति प्रदीप शर्मा की विवादित पृष्ठभूमि पर भी सवाल उठ सकते हैं। स्वीकृति के शक्ति प्रदर्शन से यह साफ हो जाता है कि वह बड़े पैमाने पर समर्थन जुटाने की कोशिश कर रही हैं। अगर उन्हें विधानसभा का टिकट मिलता है, तो यह देखना दिलचस्प होगा कि जनता का समर्थन कितना मिलता है और उनके पति के विवादों का इस पर क्या असर पड़ता है। शिवसेना के लिए यह एक महत्वपूर्ण अवसर है, और स्वीकृति शर्मा का यह कदम चुनावी समीकरणों को प्रभावित कर सकता है। अब देखना यह है कि क्या उन्हें विधानसभा चुनाव में सफलता मिलती है या नहीं।
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