Maharashtra News: महाराष्ट्र के पालघर जिले में स्थित आदिवासी आश्रम स्कूलों में फूड प्वाइजनिंग का मामला सामने आया है। दहानू तालुका में करीब 10 आश्रम स्कूलों के 50 से अधिक छात्रों ने जहर मिले भोजन के सेवन के बाद गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं की शिकायत की। डिप्टी कलेक्टर सुभाष भागाडे ने बताया कि एकीकृत जनजातीय विकास परियोजना (आईटीडीपी) के दहानू परियोजना के तहत चल रहे विभिन्न आश्रम स्कूलों के छात्रों ने खाना खाने के कुछ घंटों बाद मतली, उल्टी और चक्कर की शिकायत की। इसके चलते उन्हें जिले के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों में भर्ती कराया गया। मंगलवार सुबह तीन बजे करीब 28 छात्राएं बीमार पड़ीं और उन्हें नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में उपचार के लिए ले जाया गया।
जांच में जुटे अधिकारी
आईटीडीपी के दहानू परियोजना अधिकारी डॉ. सत्यम गांधी ने कहा कि भर्ती किए गए सभी छात्रों की स्थिति गंभीर नहीं है। आश्रम स्कूलों में भोजन की आपूर्ति पालघर की केंद्रीय रसोई से की जाती है। घटना के बाद, खाद्य पदार्थों के नमूने परीक्षण के लिए एकत्र किए गए हैं। जिला कलेक्टर गोविंद बोडके स्वास्थ्य विभाग और अन्य अधिकारियों के साथ दहानू और तलासरी तालुका के अस्पतालों का दौरा कर रहे हैं।
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जिला प्रशासन की सक्रियता
पालघर जिले के अधिकारी मामले की गंभीरता से जांच कर रहे हैं और फूड प्वाइजनिंग के कारणों की पड़ताल कर रहे हैं। प्रभावित आश्रम स्कूल जिले के दहानू, पालघर, तलासारी और वसई तालुका में स्थित हैं। यह घटना उन आश्रम स्कूलों की स्थिति को लेकर चिंता को बढ़ाती है जहां आदिवासी छात्रों के लिए आवासीय व्यवस्था की गई है। मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता और सुरक्षित खाद्य आपूर्ति सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
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सख्त कदम उठाने की आवश्यकता
इस घटना ने आश्रम स्कूलों के भोजन प्रबंधन की प्रणाली की समीक्षा की आवश्यकता को उजागर किया है। सरकार और संबंधित अधिकारियों को इस गंभीर मुद्दे पर त्वरित और प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है, ताकि छात्रों की सेहत को सुनिश्चित किया जा सके और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके। पालघर जिले में आश्रम स्कूलों में फूड प्वाइजनिंग की घटना ने स्वास्थ्य और सुरक्षा के मुद्दों को एक बार फिर सामने ला दिया है। अधिकारियों को इस मामले की जल्द और सटीक जांच पूरी करनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। विद्यार्थियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक उपायों को तुरंत लागू किया जाना चाहिए।
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