Maharashtra News: महाराष्ट्र विधान परिषद चुनावों में महाविकास आघाड़ी (MVA) को बड़ा झटका लगा है। विधानसभा परिषद की 11 सीटों में से महायुति ने 9 सीटों पर जीत हासिल की है, जबकि महाविकास आघाड़ी की तरफ से कांग्रेस को केवल एक सीट पर जीत मिल सकी। महाराष्ट्र (Maharashtra) एमएलसी चुनाव में अब तक दस उम्मीदवारों की जीत की घोषणा की जा चुकी है, जिनमें से सभी एनडीए के उम्मीदवार हैं। कांग्रेस के एकमात्र उम्मीदवार की जीत हुई है।
पार्टीवार विजयी उम्मीदवार
इन चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पांच, एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना के दो और अजित पवार नीत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के दो उम्मीदवारों की जीत हुई है। विधानसभा में पर्याप्त संख्या बल न होने के बावजूद विपक्षी गठबंधन महाविकास आघाड़ी (MVA) ने विधान परिषद चुनाव में तीन प्रत्याशियों को उतारकर मुकाबले को नया मोड़ दे दिया। वहीं, सत्ताधारी गठबंधन महायुति ने नौ प्रत्याशी उतारे थे।
मतदान और परिणाम
करीब दो बजे तक 203 विधायकों ने मतदान किया था। राज्य की 288 सदस्यीय विधानसभा इन चुनावों के लिए निर्वाचक मंडल है, जिसमें वर्तमान में संख्या बल 274 है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने चुनाव मैदान में पांच उम्मीदवार उतारे थे, जबकि महायुति के गठबंधन सहयोगियों शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने दो-दो उम्मीदवार खड़े किए थे।
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महाविकास आघाड़ी का संघर्ष
कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) ने एक-एक उम्मीदवार मैदान में उतारा, जबकि महा विकास आघाड़ी (एमवीए) की सहयोगी एनसीपी (शरद चंद्र पवार) ने पीजेंट्स एंड वर्कर्स पार्टी (पीडब्ल्यूपी) के उम्मीदवार का समर्थन किया। विधानसभा में पर्याप्त संख्या बल न होने के बावजूद विपक्षी गठबंधन महाविकास आघाड़ी (एमवीए) ने विधान परिषद चुनाव में तीन प्रत्याशियों को उतारकर मुकाबले को नया मोड़ दे दिया था।
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कांग्रेस में उठा-पटक
उधर, एनसीपी (शरद चंद्र पवार) ने दावा किया था कि अजित पवार के नेतृत्व वाले प्रतिद्वंद्वी खेमे के कुछ विधायक लोकसभा चुनावों में एमवीए के बेहतर प्रदर्शन के बाद संभावित वापसी के लिए उनकी पार्टी के संपर्क में हैं। महाराष्ट्र में विधान परिषद चुनाव से पहले कांग्रेस खेमे में अजीबोगरीब स्थिति देखी गई। दरअसल, क्रॉस वोटिंग की चर्चाओं के बीच कांग्रेस ने एक बैठक बुलाई थी। सियासी गलियारों में उस समय हलचल मच गई, जब उसके 37 में से तीन विधायक बैठक से नदारद रहे।
महायुति का प्रदर्शन
महायुति ने इस चुनाव में अपनी ताकत का प्रदर्शन किया है और विपक्षी दलों को करारा जवाब दिया है। भाजपा के पांच उम्मीदवारों के अलावा, एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना के दो और अजित पवार नीत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के दो उम्मीदवारों ने जीत हासिल की। महाविकास आघाड़ी को सिर्फ कांग्रेस की एक सीट पर संतोष करना पड़ा।
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राजनीतिक विश्लेषण
इस चुनाव परिणाम ने महाविकास आघाड़ी की रणनीति पर सवाल खड़े कर दिए हैं। विपक्षी दलों की संख्या बल की कमी और भीतरघात की आशंका ने उनकी स्थिति को और कमजोर कर दिया है। महायुति ने अपने गठबंधन की ताकत को भुनाते हुए चुनाव में बड़ी जीत हासिल की है। महाराष्ट्र विधान परिषद चुनावों में महाविकास आघाड़ी को बड़ा झटका लगा है। महायुति ने 9 सीटों पर जीत हासिल कर अपनी राजनीतिक ताकत का प्रदर्शन किया है। यह चुनाव परिणाम महाराष्ट्र की राजनीति में आने वाले दिनों में बड़े बदलावों का संकेत दे सकते हैं।