NCP released the list of candidates: महाराष्ट्र विधानसभा (maharashtra election) चुनावों के लिए एनसीपी के शरद पवार (Sharad Pawar) गुट ने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। यह गुट महाविकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन का हिस्सा है, जिसमें शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस भी शामिल हैं। पार्टी के प्रमुख और प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल इस्लामपुर विधानसभा सीट से अपनी किस्मत आजमाएंगे, जबकि अन्य प्रमुख नेता भी महत्वपूर्ण सीटों से मैदान में उतरेंगे।
ये है प्रमुख उम्मीदवार
एनसीपी के शरद पवार गुट के कुछ प्रमुख चेहरों को इस बार चुनावी मैदान में उतारा गया है। पार्टी अध्यक्ष जयंत पाटिल इस्लामपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे। मुंब्रा से जीतेंद्र अव्हाड और कटोल से अनिल देशमुख को उम्मीदवार बनाया गया है। इसके अलावा, कर्जत जामखेड़ से रोहित पवार और मुक्ताईनगर से रोहिणी खड़से भी चुनावी मुकाबले में हैं।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने बताया कि बारामती विधानसभा सीट से युगेंद्र पवार को प्रत्याशी बनाया गया है। यहां से महायुति गठबंधन के प्रमुख और डिप्टी सीएम अजित पवार भी चुनाव लड़ रहे हैं। युगेंद्र पवार, शरद पवार के पोते और अजित पवार के छोटे भाई श्रीनिवास पवार के बेटे हैं। इस मुकाबले को लेकर चुनावी माहौल गरमा गया है, क्योंकि यह सीट पवार परिवार के आंतरिक संघर्ष का केंद्र बन गई है।
महायुति बनाम महाविकास अघाड़ी
महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों के लिए चुनाव 20 नवंबर को एक ही चरण में होंगे और मतगणना 23 नवंबर को की जाएगी। एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), और अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी की महायुति गठबंधन सत्ता में बने रहने की कोशिश कर रही है। वहीं, महाविकास अघाड़ी, जिसमें शिवसेना (यूबीटी), एनसीपी (शरद पवार), और कांग्रेस शामिल हैं, सत्ता से महायुति को बेदखल करने के लिए जोरदार प्रयास कर रही है।
बारामती में पवार परिवार का आंतरिक संघर्ष
बारामती विधानसभा सीट पर इस बार मुकाबला बेहद दिलचस्प हो गया है। शरद पवार गुट ने युगेंद्र पवार को इस सीट से उम्मीदवार बनाया है, जबकि महायुति गठबंधन के डिप्टी सीएम अजित पवार भी यहां से चुनाव लड़ रहे हैं। युगेंद्र, शरद पवार के पोते हैं, जिससे यह सीट पवार परिवार के आंतरिक राजनीतिक संघर्ष का केंद्र बन गई है।
एमवीए में सीटों के बंटवारे को लेकर चल रहा था विवाद
महाविकास अघाड़ी में लंबे समय से चल रहे सीटों के बंटवारे के विवाद को हाल ही में हल किया गया है। शिवसेना (यूबीटी), एनसीपी (शरद पवार), और कांग्रेस ने सीटों का बंटवारा करते हुए 85-85 सीटों पर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है। इसके अलावा, 18 सीटें गठबंधन में शामिल छोटे दलों के लिए छोड़ी गई हैं, जबकि शेष 15 सीटों पर जल्द ही फैसला लिया जाएगा। शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस के बीच सीटों को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। दोनों दल अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने की मांग कर रहे थे।
शिवसेना ने अपने पक्ष में तर्क दिया कि 2019 के चुनावों में भाजपा के साथ गठबंधन में उसने 124 सीटों पर चुनाव लड़ा था, इसलिए उसे अधिक सीटें मिलनी चाहिए। वहीं, कांग्रेस भी अपनी हालिया लोकसभा चुनावों में मिली सफलता के आधार पर अधिक सीटों की मांग कर रही थी। एनसीपी प्रमुख शरद पवार हालांकि इस विवाद में शांत दिखे, लेकिन अंततः सभी दलों के बीच सीट बंटवारे का समाधान हो गया। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महाविकास अघाड़ी और महायुति गठबंधन के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा। शरद पवार गुट ने अपनी ओर से मजबूत उम्मीदवार उतारकर चुनावी तैयारी पूरी कर ली है, जबकि महायुति सत्ता में अपनी पकड़ बनाए रखने के लिए पूरी ताकत झोंक रही है।