Input-SHAHBAZ
महाराष्ट्र: लोकसभा चुनाव से पहले सियासी उठापटक लगातार जारी है आज महाराष्ट्र में बड़ा सियासी उलटफेर देखा गया कई दिनों से एनसीपी में चल रही खींचतान के बीच पार्टी के वरिष्ठ नेता अजित पवार ने महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे का दामन थाम लिया है। एनसीपी में अध्यक्ष पद को लेकर कई दिनों से अजित पवार और शरद पवार के बीच वाद विवाद जारी था। ऐसे में अजित पवार का शिंदे गुट के साथ जाना एक चौंकाने वाला फैसला नहीं है।
चुनाव चिन्ह के लिए लड़ेंगे- शरद पवार
महाराष्ट्र सरकार में शामिल होने के बाद अजित पवार ने कहा कि हम एनसीपी के चुनाव चिन्ह के लिए लड़ेंगे, उनका कहना है कि मौजूदा हालात को देखते हुए ये फैसला लिया गया है। हमारे पास सरकार चलाने का अनुभव है सबको मौका मिलना जरूरी है। मालूम हो कि एनसीपी के अध्यक्ष पद के लिए लगातार अजित पवार और शरद पवार के बीच विरोध जारी था।
Read More: चंद्रशेखर के बयानो से नाराज होकर दिया था वारदात को अंजाम
अजित पवार को मिला 30 विधायकों का सपोर्ट
महाराष्ट्र के नए डेप्युटी सीएम बने अजित पवार के पास तकरीबन 30 विधायकों के समर्थन का दावा किया जा रहा है। हैरत की बात यह है कि शरद पवार के बेहद करीबी कहे जाने वाले प्रफुल पटेल, दिलीप वलसे पाटिल, छगन भुजबल भी राजभवन में अजित पवार के साथ पहुंचे हुए हैं।
इस सियासी उठापटक के बीच महाराष्ट्र की सियासत में भूचाल आ गया है। अचानक आए इस बड़े फेरबदल से कहीं न कहीं महाविकास अघाड़ी भी बेपटरी नजर आ रही है पहले उद्धव ठाकरे के रूप में झटका और अब अजित पवार के रूप में लगा करंट देखने वाली बात ये होगी की महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी अपनी आगे की रणनीति कैसे तैयार करेगी।