Mahakumbh 2025 Update: प्रयागराज (Prayagraj) में होने वाला महाकुंभ 2025 (Maha Kumbh) का आयोजन जल्द ही अपने चरम पर होगा, और इस आयोजन को सफल बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh Government) ने तैयारियां तेज कर दी हैं। इस महाकुंभ का उद्घाटन 13 जनवरी 2025 को होगा, और इसे भव्य बनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (cm yogi adityanath)ने कमर कस ली है। अब तक विभिन्न विभागों की बैठकें और योजनाओं पर काम चल रहा है, लेकिन इसके साथ ही सरकार ने एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है, जो महाकुंभ को बड़े स्तर पर प्रचारित करने का है।
Read more :Mahakumbh mela 2025 : एक बार फिर हो रहा है ऐतिहासिक आयोजन,यहां जानिए उनकी तिथियां और महत्व
आज से शुरू हो रहा है निमंत्रण अभियान
योगी सरकार ने महाकुंभ 2025 के सफल आयोजन के लिए विशेष निमंत्रण अभियान की शुरुआत की है। 5 दिसंबर 2024 से मंत्रियों का एक दल विभिन्न राज्यों में भ्रमण करेगा। ये मंत्री राज्यों के मुख्यमंत्री और राज्यपाल से मुलाकात करेंगे और उनके जरिए जनता को महाकुंभ में शामिल होने का निमंत्रण देंगे। यह अभियान 30 दिसंबर 2024 तक चलेगा, और इस दौरान हर मंत्री एक निश्चित क्षेत्र में जाकर अपनी जिम्मेदारी निभाएगा।
मंत्री करेंगे राज्यस्तरीय दौरा
इस अभियान में शामिल मंत्री खासकर राज्य के प्रमुख नेता होंगे, जो अपने-अपने क्षेत्रों में महाकुंभ के महत्व और इसकी ऐतिहासिकता को लेकर प्रचार करेंगे। उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री विशेष रूप से महाकुंभ के धार्मिक और सांस्कृतिक पहलुओं को लोगों के बीच पहुंचाएंगे। इस दौरान प्रत्येक मंत्री राज्य के मुख्यमंत्री और राज्यपाल से मिलकर महाकुंभ की महानता और महत्व को साझा करेंगे और उनके माध्यम से आम जनता को भी इस महाकुंभ में भाग लेने के लिए आमंत्रित करेंगे।
Read more :Mahakumbh 2025 Updates: महाकुम्भ मेले के लिए ई रिक्शा और ई ऑटो करें बुक, जाने कब से उठा सकते लाभ
मंत्रियों के कार्यक्रम की जानकारी
मंत्रियों के कार्यक्रम के अनुसार, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) को दक्षिण भारत के राज्यों के लिए जिम्मेदारी दी गई है, जबकि डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक (brijesh pathak) को महाराष्ट्र जैसे प्रमुख राज्य का दौरा करने के लिए जिम्मेदारी मिली है। दोनों मंत्री 5 दिसंबर से राज्यस्तरीय दौरे पर निकलेंगे और लोगों से महाकुंभ में आस्था दिखाने के लिए अपील करेंगे। इन दौरों में मंत्री राज्य सरकारों से सहयोग और समर्थन मांगेंगे, ताकि महाकुंभ को और अधिक भव्य रूप से आयोजित किया जा सके।
स्वतंत्रदेव सिंह को मध्य प्रदेश भेजा जाएगा
जानकारी के अनुसार, जलशक्ति मंत्री योगेंद्र उपाध्याय (Yogendra Upadhyay) को झारखंड का दौरा करने की जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा, स्वतंत्रदेव सिंह (Swatantradev Singh) जो जलशक्ति मंत्री हैं, उन्हें मध्य प्रदेश भेजा जाएगा, जहां वे मोहन यादव को महाकुंभ का निमंत्रण देंगे।डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक (brijesh pathak) को राजस्थान (Rajasthan) का दौरा करने का जिम्मा सौंपा गया है, जहां वे समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण के साथ मिलकर वहां की जनता को महाकुंभ के लिए आमंत्रित करेंगे।
इसके साथ ही, उन्हें महाराष्ट्र में भी निमंत्रण देने की जिम्मेदारी मिली है, जहां उनके साथ कैबिनेट मंत्री संजय निषाद मौजूद रहेंगे।इसके अलावा, सूर्य प्रताप शाही और बलदेव औलख को हरियाणा और पंजाब भेजा जाएगा। वहीं, सुरेश खन्ना को कर्नाटक और दिल्ली का दौरा करने के लिए कहा गया है, जहां वे लोगों को महाकुंभ में भाग लेने के लिए प्रेरित करेंगे।
महिला कल्याण मंत्री का विशेष दौरा
महिला कल्याण एवं बाल विकास मंत्री बेबी रानी मौर्य (Baby Rani Maurya)को उत्तराखंड (uttarakhand ) भेजा गया है, जहां वे राज्य के लोगों को महाकुंभ में डुबकी लगाने के लिए आमंत्रित करेंगी। उल्लेखनीय है कि बेबी रानी मौर्य उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल रह चुकी हैं, और उनका यह दौरा महाकुंभ के प्रति विशेष आस्था और श्रद्धा बढ़ाने में मदद करेगा।
महाकुंभ के प्रति उत्साह और श्रद्धा को बढ़ाना
सीएम योगी ने पहले ही महाकुंभ के आयोजन के महत्व को ध्यान में रखते हुए विभिन्न धार्मिक और सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ बैठकों का आयोजन किया है और इस बात पर जोर दिया है कि इस महाकुंभ में सभी वर्गों को शामिल किया जाए। निमंत्रण अभियान के तहत होने वाले मंत्री मंडल के इस दौरे का उद्देश्य महाकुंभ के प्रति उत्साह और श्रद्धा को बढ़ाना है और इसे पूरे देशभर में प्रचारित करना है, ताकि 2025 के महाकुंभ में अधिक से अधिक श्रद्धालु भाग ले सकें।