Maha Kumbh 2025: प्रयागराज में जनवरी 2025 में होने वाले महाकुंभ (Maha Kumbh) को ऐतिहासिक और दिव्य बनाने की दिशा में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 27 नवंबर को गूगल के साथ एक ऐतिहासिक समझौता (MoU) करेंगे। इसके तहत गूगल मैप (Google Map) में महाकुंभ के लिए बनाए जा रहे अस्थायी शहर को भी शामिल किया जाएगा। गूगल मैप श्रद्धालुओं को मेले के प्रमुख धार्मिक स्थलों, अखाड़ों, और घाटों तक पहुंचने में मदद करेगा। यह पहली बार होगा जब गूगल नेविगेशन को महाकुंभ के लिए विशेष रूप से तैयार किया जाएगा, जिससे श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा मिलेगी।
238 करोड़ की दी सौगात, स्वच्छता और सुरक्षा पर दिया जोर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महाकुंभ की तैयारियों को और मजबूत करने के लिए बुधवार को 238 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे। इन परियोजनाओं में मेला क्षेत्र को स्वच्छ और सुरक्षित बनाने के लिए आधुनिक उपकरण शामिल हैं। इसके साथ ही नगर निगम में नवनिर्मित कंट्रोल रूम का उद्घाटन किया जाएगा, जो महाकुंभ के संचालन और निगरानी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
सफाई कर्मियों और नाविकों को भी मिलेगा लाभ
महाकुंभ के आयोजन में सफाईकर्मियों की भूमिका अहम है। इसको ध्यान में रखते हुए 20,000 सफाई मित्रों को नई यूनिफॉर्म और नाविकों को लाइफ जैकेट प्रदान की जाएगी। साथ ही, 15,000 कर्मियों को विभिन्न सरकारी योजनाओं से जोड़ा जाएगा, जिससे उनकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। मुख्यमंत्री इस मौके पर सफाईकर्मियों और अन्य कर्मचारियों को प्रोत्साहन भी देंगे।
Read more; Maha Kumbh 2025: इस बार प्रयागराज में होगा श्रद्धा का महासंगम, यहां जानें शाही स्नान की तिथियां
सीएम योगी करेंगे स्थल निरीक्षण
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेने के लिए विभिन्न कार्यक्रम स्थलों का निरीक्षण करेंगे। संगम नोज पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावित कार्यक्रम के लिए तैयारियों की समीक्षा भी की जाएगी। सरकार का उद्देश्य है कि महाकुंभ के दौरान आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं को हर प्रकार की सुविधाएं मिलें और यह आयोजन एक आदर्श प्रस्तुत करे।
आरएसएस का ‘थैला और थाली अभियान’
महाकुंभ 2025 को पॉलिथीन और कचरा मुक्त बनाने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने अपनी तरफ से खास पहल शुरू की है। संघ की पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के तहत ‘थैला और थाली अभियान’ चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत घर-घर से थैले और थालियां इकट्ठा की जा रही हैं, जिन्हें महाकुंभ में निशुल्क वितरित किया जाएगा। इस प्रयास का उद्देश्य मेले को स्वच्छ और पर्यावरण के अनुकूल बनाना है।
महाकुंभ: भव्यता और परंपरा का संगम
योगी सरकार की कोशिशें और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का सहयोग यह सुनिश्चित कर रहा है कि महाकुंभ 2025 एक ऐतिहासिक आयोजन बने। गूगल की तकनीकी मदद से यह आयोजन न केवल श्रद्धालुओं के लिए सुविधाजनक होगा, बल्कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी एक मिसाल पेश करेगा। महाकुंभ के प्रति इस समर्पण से साफ है कि यह आयोजन भारत की सांस्कृतिक विरासत को पूरी दुनिया के सामने भव्य और दिव्य रूप में प्रस्तुत करेगा।