Lucknow University: लखनऊ विश्वविद्यालय के द्वितीय परिसर में गुरुवार सुबह एक दर्जन से अधिक छात्रों ने अचानक धावा बोल दिया, जिससे परिसर में अफरातफरी मच गई। छात्रों ने जमकर तोड़फोड़ की और इस घटना में शामिल रहे छात्रों की पहचान भी कर ली गई है। इसके बाद विश्वविद्यालय (Lucknow University) के एडिशनल प्रॉक्टर ने जानकीपुरम थाने में एफआईआर दर्ज करने के लिए तहरीर भेज दी है।
कौटिल्य हॉल के बाहर हुई तोड़फोड़
सुबह-सुबह हुई इस घटना ने परिसर में सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। छात्रों ने कौटिल्य हॉल (Kautilya Hall) के बाहर खड़ी कई दोपहिया वाहनों को तोड़फोड़ दिया। बीबीए द्वितीय वर्ष के एक छात्र ने प्रॉक्टर कार्यालय में इस घटना की लिखित शिकायत की है। शिकायत में बताया गया कि छात्रों के हाथों में लोहे की रॉड और बांस थे, और उन्होंने अश्लील भाषा का प्रयोग किया। यही नहीं, छात्रों ने कौटिल्य हॉल पर जमकर पत्थरबाजी भी की, जिससे वहां रहने वाले छात्रों में भय का माहौल बन गया।
शिकायतकर्ता ने किए बड़े खुलासे
शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में 12 छात्रों के नाम दिए हैं, जिनमें बीबीए एमएस (BBA-MS) के तीन छात्र, बीबीए टूरिज्म (BBA Tourism) के दो छात्र और बीटेक (B.Tech) के पासआउट एक छात्र की पहचान की गई है। इसके अलावा एक छात्र सिटी लॉ कॉलेज से और पांच बाहरी लोगों पर भी हमला करने का आरोप लगाया गया है।
सीसीटीवी कैमरों में कैद हुई घटना
इस पूरे घटनाक्रम को परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों में रिकॉर्ड किया गया है। शिकायतकर्ता ने बताया कि हमलावर छात्र दो यमाहा एमटी मोटरसाइकिल और एक हुंडई वर्ना कार में आए थे। वे हॉस्टल में रह रहे छात्रों को गालियां देकर बाहर बुला रहे थे। पूरी घटना के बावजूद, प्रॉक्टोरियल बोर्ड घटनास्थल पर समय से नहीं पहुंचा, जिससे हॉस्टल के छात्रों के बीच डर का माहौल और गहरा हो गया।
छात्रावास में नहीं थे प्रोवोस्ट
घटना के समय, जब छात्रों ने प्रोवोस्ट को फोन किया, तो उन्होंने दरवाजे और खिड़कियां बंद करने की सलाह दी। हालांकि, वे खुद उस समय छात्रावास में मौजूद नहीं थे। घटना के लगभग दो घंटे बाद वह पहुंचे, जिसके बाद सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई।
शिकायतकर्ता ने लगाए गंभीर आरोप
शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में तोड़फोड़ के अलावा हमलावरों पर ड्रग्स की अवैध तस्करी का भी आरोप लगाया है। हमले से चार दोपहिया वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए, जिसमें एक एक्टिवा, पल्सर, डिस्कवर और स्कूटी शामिल हैं।
सात छात्रों को जारी किया गया नोटिस
लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर प्रो. राकेश द्विवेदी ने कहा कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है। सुरक्षा में चूक के कारण दो गार्डों को हटा दिया गया है और सात छात्रों को नोटिस जारी किया गया है। साथ ही, 12 छात्रों के खिलाफ पुलिस को मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर भी भेजी गई है। इस घटना ने विश्वविद्यालय प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था को कटघरे में खड़ा कर दिया है। छात्रों के बीच डर और असुरक्षा की भावना बढ़ गई है, जबकि प्रशासन का दावा है कि मामले की गंभीरता से जांच हो रही है।