Lucknow News: एक बार फिर एक छात्र ने जिंदगी के संघर्षों से तंग आकर खुद को मौत की नींद सुला लिया। आज के इस समय में अधिकतर युवा पीढ़ी पढ़ाई के बोझ से, नौकरी न मिलने से या फिर प्यार में असफल होने पर इस तरह के आत्मघाती कदम उठा लेते है और एक बार भी नहीं सोचते है कि इसका परिणाम उनके परिवार पर क्या पड़ेगा ? ऐसा ही एक और मामला उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ (Lucknow) से आया है। लखनऊ के मड़ियांव इलाके में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहाँ मात्र एक 21 वर्षीय छात्र ने आत्महत्या करके अपनी जीवन लीला को समाप्त कर लिया। रोहित कुमार नाम के इस छात्र ने सुसाइड नोट में प्यार और नौकरी में असफलता मिलने के कारण आत्मघाती कदम उठाने की बात लिखी है। घटना के बाद से पूरे परिवार में शोक की लहर दौड़ गयी है।
सुसाइड नोट में बयां किया अपना दर्द
पुलिस के मुताबिक, छात्र रोहित कुमार ने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि वह प्यार और नौकरी में लगातार असफलता के कारण निराश था। नोट में उसने साफ लिखा, “मैं अपनी जिंदगी से हार गया हूं, नौकरी नहीं मिल पाई और कई बार इंटरव्यू देने के बावजूद कामयाबी नहीं मिली। सॉरी मम्मी-सॉरी पापा, मुझे पता है कि मैं गलत कर रहा हूं।”
कमरे से निकल रही थी दुर्गंध
मड़ियांव के मोहिबुल्लापुर आरजू नगर में स्थित आशा देवी के मकान में किराये पर रह रहे रोहित के कमरे से बुधवार सुबह अजीब सी दुर्गंध आने लगी। मकान मालिक आशा देवी ने जब ऊपर जाकर देखा, तो कमरे से खून निकला हुआ था और जब मकान मालिक ने खिड़की से झाका तो बंद दरवाजे के अंदर रोहित का शव पंखे से लटकता हुआ पाया। पुलिस को सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचकर दरवाजा तोड़ा गया और शव को नीचे उतारा गया। पुलिस ने बताया कि रोहित का शव दो से तीन दिन पुराना प्रतीत होता है। शव पर टाई, बेल्ट और जूते पहने हुए थे, जिससे ऐसा लगता है कि वह कहीं से इंटरव्यू देकर लौटा था। फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए हैं और सुसाइड नोट को भी फोरेंसिक लैब में जांच के लिए भेजा गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पिता ने कहा–”बेटे ने मुझसे कुछ नहीं कहा था”
रोहित के पिता चंद्रभान, जो सीतापुर में दूध का व्यवसाय करते हैं, ने बताया कि उन्होंने अपने बेटे से 26 अगस्त को बात की थी। उस समय रोहित ने कोई ऐसी बात नहीं की थी जिससे पता चलता हो कि वह परेशान है। चंद्रभान ने कहा कि रोहित की बेरोज़गारी और व्यक्तिगत समस्याओं के कारण उसने यह गंभीर कदम उठाया इस बात की उन्हें उम्मीद नहीं थी। बेटे के इस कदम ने बाप को बुरी तरह तोड़ कर रख दिया। पूरे परिवार में शोक का माहौल है।
रोहित कुमार की आत्महत्या एक ऐसा मामला है, जो न केवल परिवार और मित्रों के लिए दु:खद है बल्कि समाज के लिए भी एक गंभीर संदेश है। बेरोज़गारी और व्यक्तिगत विफलताओं के चलते युवा आत्मघाती कदम उठा रहे है। उन्हें यह समझना होगा की आत्महत्या करना किसी भी समस्या का समाधान नहीं है।