Lucknow News: समाजवादी पार्टी (सपा) ने 26 जुलाई को संविधान-मानस्तंभ की स्थापना करके आरक्षण का अधिकार दिवस (Reservation Day) मनाया। लखनऊ (Lucknow) स्थित पार्टी मुख्यालय में एक सादगीपूर्ण समारोह में इस मानस्तंभ की स्थापना की गई। यह दिवस सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) द्वारा सोशल मीडिया पर किए गए एक पोस्ट के माध्यम से मनाने की घोषणा की गई थी।
अखिलेश यादव का संदेश
अखिलेश यादव ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में बताया कि 26 जुलाई को आरक्षण दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया है। इसी दिन महात्मा ज्योतिबा फुले द्वारा संकल्पित आरक्षण को कोल्हापुर के परम आदरणीय श्रीमंत महाराज राजर्षि छत्रपति शाहूजी महाराज ने अपने राज्य में लागू किया था। फुले जी का उद्देश्य सभी को संख्या के अनुपात में आरक्षण देना था, जिसे शाहूजी महाराज ने 1902 में साकार किया था।
Read more: कारगिल विजय दिवस पर PM Modi ने किया वीरों को नमन, अग्निपथ योजना पर विपक्ष को लगाई लताड़
सामाजिक न्याय की भावना
अखिलेश यादव ने बताया कि सामाजिक न्याय की भावना को आरक्षण के रूप में इसी दिन अमल में लाया गया था, जो बाद में बाबासाहब भीमराव अंबेडकर के प्रयासों से संविधान में एक जनाधिकार के रूप में स्थापित हुआ। यह देश के लोकतंत्र की स्थापना का मूल सिद्धांत भी बना। पोस्ट में यह भी उल्लेख किया गया कि पीडीए को अधिकार तब ही मिलेंगे जब उचित रूप से आरक्षण का हक सबको मिलेगा।
Read more: UP News: CM योगी आदित्यनाथ का महत्वपूर्ण दिल्ली दौरा, नीति आयोग की बैठक में होंगे शामिल
विचारों को लागू करने का महत्व
अखिलेश यादव ने कहा कि संविधान-मानस्तंभ की स्थापना का इससे अधिक ऐतिहासिक अवसर और कोई नहीं हो सकता, क्योंकि विचारों को सही में लागू करना ही सबसे बड़ा और प्रभावशाली उदाहरण होता है। यह वही उदाहरण है जो श्रीमंत महाराज राजर्षि छत्रपति शाहूजी महाराज ने 26 जुलाई 1902 को स्थापित किया था।
Read more: Lucknow Bulldozer Action: अकबरनगर के बाद चौक फूल मंडी पर गिरी गाज, जमींदोज हुआ अवैध अतिक्रमण
सपा मुख्यालय में कार्यक्रम
सपा मुख्यालय में आयोजित इस सादगीपूर्ण समारोह में भारत के संविधान की एक प्रति की स्थापना की गई। यह पीडीए-प्रकाश स्तंभ के रूप में भारत के संविधान को सामाजिक न्याय का मार्ग प्रदर्शित और प्रशस्त करता रहेगा। इस अवसर पर डॉ. राम मनोहर लोहिया के विचारों को भी याद किया गया, जिन्होंने पिछड़ों को विशेष अवसर देने की मांग उठाई थी।
संविधान और आरक्षण पर खतरा
अखिलेश यादव ने कहा कि संविधान और आरक्षण को खत्म करने का खतरा अभी भी बना हुआ है। हम नफरत फैलाने वालों को सफल नहीं होने देंगे। सपा का यह कदम समाज में सामाजिक न्याय और समानता की भावना को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सपा द्वारा संविधान-मानस्तंभ की स्थापना और आरक्षण दिवस मनाने का निर्णय पार्टी की सामाजिक न्याय की नीति के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह कदम समाज में सामाजिक न्याय और समानता को बढ़ावा देने के साथ-साथ आरक्षण के महत्व को भी रेखांकित करता है।
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) का यह प्रयास सपा की राजनीतिक विचारधारा को मजबूती देने और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा सकता है। यह न केवल पार्टी के सामाजिक न्याय के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है, बल्कि समाज में समानता और न्याय के मूल्यों को भी बढ़ावा देता है। आगामी दिनों में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि सपा के इस कदम का समाज और राजनीति पर क्या प्रभाव पड़ता है।
Read more: Agniveer सिपाही निकला कार लूट का मास्टरमाइंड; भाई संग बनाया गिरोह, मोहाली पुलिस ने किया गिरफ्तार