Lucknow News: लखनऊ के वीवीआईपी गोमती नगर इलाके में पिछले हफ्ते हुई छेड़छाड़ की घटना में मुख्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी कानपुर के इंदिरा नगर में हुई, जहां नाबालिग आरोपी को पकड़ा गया। अब तक इस मामले में 25 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। 31 जुलाई को गोमती नगर में जलभराव के दौरान एक युवती से छेड़छाड़ की गई थी, जिसके बाद गिरफ्तारियों का सिलसिला जारी है।
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घटना का वीडियो हुआ वायरल
31 जुलाई को भारी बारिश के कारण मरीन ड्राइव पुल के नीचे कई फीट पानी भर गया था। इसी दौरान 30-40 युवकों का एक समूह वहां पहुंचा और पानी में खड़े होकर उत्पात मचाने लगा। इसी बीच जनेश्वर मिश्र पार्क की तरफ एक युवक अपनी दोस्त के साथ बाइक पर आ रहा था। उत्पाती युवकों ने शोर मचाते हुए हाथ से पानी फेंकना शुरू कर दिया, जिससे बाइक अनियंत्रित हो गई और युवती नीचे गिर गई। युवकों ने उसे घेर लिया और उससे छेड़छाड़ की। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद पुलिस ने सक्रियता दिखाई और जांच शुरू की।
पुलिस की तत्परता और कार्रवाई
घटना के बाद, पुलिस ने 250 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज और कई सोशल मीडिया अकाउंट्स की जांच की। इस दौरान आरोपियों की पहचान की गई और 25 युवकों को गिरफ्तार किया गया। सोमवार को मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी हो सकी। डीसीपी के अनुसार, पुलिस की कई टीमों ने इस मामले की जांच की और दोषियों को पकड़ने के लिए लगातार प्रयास किए।
मुख्यमंत्री की सख्ती और पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई
मुख्यमंत्री की सख्ती के बाद, डीसीपी पूर्वी, एडीसीपी पूर्वी और एसीपी गोमती नगर को उनके पदों से हटा दिया गया। इसके साथ ही गोमती नगर इंस्पेक्टर समेत अंबेडकर पार्क चौकी के सभी पुलिसकर्मी (दो दरोगा और दो सिपाही) को निलंबित कर दिया गया। सभी के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी दिए गए हैं।
उत्पात मचाते युवकों की करतूत
31 जुलाई को भारी बारिश के चलते मरीन ड्राइव पुल के नीचे जलभराव हो गया था। इस दौरान उत्पाती युवक वहां से गुजरने वाले वाहनों पर पानी उड़ेल रहे थे। जब बाइक पर युवती आती दिखी, तो वे उसे घेरकर छेड़छाड़ करने लगे। महिला के साथ मौजूद युवक बेबस था, क्योंकि उत्पात मचाने वालों की संख्या काफी ज्यादा थी। यह घटना न केवल वीवीआईपी इलाके में कानून व्यवस्था की कमी को उजागर करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि महिलाओं की सुरक्षा के प्रति प्रशासन की उदासीनता कितनी खतरनाक हो सकती है। हालांकि, पुलिस की तत्परता और कार्रवाई प्रशंसनीय है, लेकिन इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए और भी सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है। पुलिसकर्मियों की निलंबन और विभागीय जांच से यह संदेश जाता है कि ऐसी लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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समाज में महिलाओं की सुरक्षा की आवश्यकता
इस घटना ने फिर से यह साबित कर दिया है कि समाज में महिलाओं की सुरक्षा के प्रति हमारी जिम्मेदारी कितनी महत्वपूर्ण है। महिलाओं को अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करना पड़ता है, जो कि उनके लिए सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराने की हमारी जिम्मेदारी है। हमें मिलकर ऐसे प्रयास करने चाहिए जिससे महिलाओं को सुरक्षित और संरक्षित महसूस हो सके।
यह घटना हमारे लिए एक चेतावनी है कि हम सभी को मिलकर कानून और न्याय प्रणाली को सुदृढ़ बनाने के प्रयास करने चाहिए ताकि न्याय सुलभ और त्वरित हो सके। इसके साथ ही, हमें समाज में महिलाओं की सुरक्षा के प्रति अधिक संवेदनशील और जागरूक होना चाहिए।
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