Lucknow Ravan Dahan: लखनऊ के ऐशबाग (Aishbagh) स्थित रामलीला (Ramleela) मैदान में दशहरे का उत्सव इस साल भी बेहद धूमधाम से मनाया जा रहा है। हर साल की तरह इस बार भी मैदान में विशालकाय रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतले बनकर तैयार हो चुके हैं। करीब 80 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन आज, 12 अक्टूबर को होगा। पिछले साल भी इसी आकार का रावण बनाया गया था, और इस बार आयोजक इसे और भी भव्य बनाने की तैयारी में जुटे हैं।
Read more: Jaunpur News: 4.5 करोड़ का मुआवजा घोटाला! सीआरओ निलंबित, पांच आरोपियों पर मुकदमा दर्ज
रावण दहन का समय
अगर आप इस ऐतिहासिक और भव्य रावण दहन का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो रामलीला मैदान में प्रवेश शाम 5 बजे से शुरू हो जाएगा। शाम 7 बजे से रावण दहन की शुरुआत होगी, जिसके बाद जोरदार आतिशबाजी का भी आयोजन होगा। राजधानी लखनऊ में दशहरे के इस पर्व के लिए खास तैयारियां की गई हैं।
हर साल की तरह इस बार भी आतिशबाजी लोगों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र होगी। ऐशबाग के मैदान में एलईडी स्क्रीन की व्यवस्था की गई है, ताकि बाहर खड़े लोग भी कार्यक्रम को आराम से देख सकें। इसके साथ ही, आयोजकों ने दर्शकों के लिए तकनीक की सहायता से रामलीला के मायावी दृश्य दिखाने की भी योजना बनाई है। इस साल रामलीला में ब्रह्मास्त्र का प्रकट होना और राक्षसों का गायब होना जैसे अद्भुत दृश्य तकनीकी साधनों के जरिए दिखाए जाएंगे।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक करेंगे शिरकत
इस खास मौके पर उत्तर प्रदेश के डिप्टी मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक (Brajesh Pathak) भी ऐशबाग में होने वाले रावण दहन में शिरकत करेंगे। उनके साथ राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस समारोह में मौजूद रहेंगे। रामलीला मंचन के दौरान श्रीराम द्वारा रावण वध का दृश्य प्रदर्शित किया जाएगा, जिसके बाद रावण का पुतला जलाया जाएगा। इस ऐतिहासिक जीत का जश्न मनाने के लिए बड़ी संख्या में लोग मैदान में जुटेंगे।
विशालकाय रावण दहन के साथ अद्भुत आतिशबाजी का भी आयोजन
रावण दहन के बाद मैदान में खासतौर पर भव्य आतिशबाजी की जाएगी, जो कार्यक्रम को और भी आकर्षक बनाएगी। खास बात यह है कि इस बार भी आकाशीय आतिशबाजी का प्रदर्शन पिछले साल की तरह शानदार होगा। लोग मैदान के बाहर से भी इस अद्भुत दृश्य का आनंद ले सकेंगे।
इस साल ऐशबाग रामलीला मैदान में 60 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया जाएगा, जबकि अन्य जगहों पर 50 फीट से लेकर 80 फीट ऊंचे रावण के पुतले जलाए जाएंगे। मैदान में आने वाले लोगों के लिए सुरक्षा और सुविधा की भी खास तैयारियां की गई हैं।
दशहरे का महत्व: बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व
दशहरा (Dussehra) बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक पर्व है। भगवान श्रीराम द्वारा रावण के वध के बाद इस पर्व को हर साल मनाया जाता है। इस दिन को लेकर हर साल लोगों में उत्साह और उल्लास का माहौल रहता है। लखनऊ में हर साल रामलीला का आयोजन और रावण दहन बड़े ही धूमधाम से होता है, जहां हजारों लोग इस ऐतिहासिक उत्सव का हिस्सा बनते हैं।
रामलीला में तकनीकी का बेहतरीन प्रदर्शन
इस बार की रामलीला खास इसलिए भी है क्योंकि आयोजकों ने तकनीक का बेहतरीन इस्तेमाल करते हुए दर्शकों को अद्भुत दृश्य दिखाने का निर्णय लिया है। रामलीला के दौरान ब्रह्मास्त्र और अन्य दिव्य अस्त्रों के प्रकट होने, राक्षसों के अदृश्य होने और युद्ध के दृश्य आधुनिक तकनीकी साधनों की मदद से प्रदर्शित किए जाएंगे। यह दृश्य न केवल बच्चों बल्कि बड़ों के लिए भी आकर्षण का केंद्र होंगे।
लखनऊ के ऐशबाग में होने वाला रावण दहन इस बार और भी भव्य होने की उम्मीद है। 80 फीट ऊंचे रावण का पुतला और उससे भी भव्य आतिशबाजी इस कार्यक्रम को खास बनाएगी। अगर आप भी इस अद्भुत कार्यक्रम का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो शाम 5 बजे से प्रवेश की व्यवस्था है और शाम 7 बजे से रावण दहन की शुरुआत होगी। दशहरे का यह पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश देता है और लखनऊ में इसे बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जा रहा है।