Parliament Session 2024: 18वीं लोकसभा के संसद सत्र की आज एक बार फिर से शुरुआत हो गई है.नई सरकार के गठन के बाद सदन का ये पहला सत्र है जहां राहुल गांधी नेता प्रतिपक्ष के तौर पर सदन में दिखाई दिए हैं.दो दिनों तक सदन के स्थगित रहने के बाद आज फिर से सदन में सत्र की शुरुआत हुई जिससे पहले विपक्ष के तमाम नेता नीट पेपर लीक के मुद्दे को लेकर सदन में चर्चा की मांग करते दिखाई दिए साथ ही सरकार के ऊपर केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया और संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया।
Read More: Virat Kohli ने जीत के बाद पत्नी अनुष्का पर बरसाया प्यार,तस्वीर साझा कर लिखा बेहद प्यारा
कांग्रेस ने लगाया माइक बंद करने का आरोप
कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि,लोकसभा में जब भी राहुल गांधी बोलने के लिए आगे आते हैं तो उनकी माइक बंद कर दी जाती है इन आरोपों पर आज लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने जवाब दिया और कहा कि,विपक्षी सांसद ये आरोप लगाते हैं कि, पीठासीन अधिकारी माइक बंद कर देते हैं लेकिन आपको सदन में कई साल हो गए आपको अनुभव होना चाहिए कि माइक का रिमोट आसन के पास नहीं होता है।
लोकसभा अध्यक्ष ने आरोप पर दी सफाई
आपको बता दें कि,कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई और दीपेंद्र हुड्डा ने माइक बंद करने के मुद्दे पर लोकसभा अध्यक्ष को घेरने की कोशिश की.कांग्रेस नेता के इन आरोपों पर अब लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने जवाब दिया है.उन्होंने कहा चाहे किसी दल का सदस्य हो इस तरह के आरोप आप नहीं लगा सकते हैं.कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद के.सुरेश का जिक्र करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ने कहा….सुरेश जी भी यहीं बैठते हैं उनसे पूछें कि,वहां कोई कंट्रोल है क्या?के.सुरेश से ओम बिरला ने खुद पूछा स्पीकर के आसन के पास कोई बटन होता है क्या?उनके इस सवाल पर के.सुरेश ने मना किया तो ओम बिरला ने कहा देखो कोई बटन नहीं है।
Read More: CM योगी ने बीमारियों पर नियंत्रण के लिए उठाया कदम चिकित्सकों,CMO के तबादलों पर 3 माह तक लगाई रोक
कांग्रेस ने शेयर किया वीडियो
गौरतलब है कि,राहुल गांधी का माइक बंद करने के आरोप पर कांग्रेस की ओर से एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया गया था जिसमें देखा जा सकता है कि,राहुल गांधी लोकसभा में अपनी बात रख रहे थे कि….अचानक उनकी माइक से आवाज आनी बंद हो जाती है जिसके बाद विपक्षी दलों के नेता ‘माइक-माइक’ बोलने लगते हैं.इस पर स्पीकर कहते हैं कि…..मैं माइक बंद नहीं करता हूं।
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का आग्रह
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद मल्लिकार्जुन खरगे ने राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर आरोप लगाते हुए कहा,राष्ट्रपति संसद का सबसे अहम हिस्सा हैं हम उनका सम्मान करते हैं.इस साल राष्ट्रपति का पहला अभिभाषण 31 जनवरी और दूसरा 27 जून को हुआ था.पहला अभिभाषण चुनावी और दूसरा उसकी कॉपी थी.राष्ट्रपति के अभिभाषण में न तो की विजन और न ही कोई दिशा था.
उनके अभिभाषण में दलित,अल्पसंख्यक वर्ग और पिछड़े वर्ग के लिए कुछ नहीं था।लोकसभा में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विपक्ष से आग्रह करते हुए कहा कि,संसद की कार्यवाही कुछ नियमों और परंपराओं के आधार पर चलती है.मैं विपक्ष से अनुरोध करता हूं कि,आप जिस भी विषय पर चर्चा करना चाहते हैं उस पर चर्चा करें लेकिन एक बार राष्ट्रपति से संबंधित जो धन्यवाद प्रस्ताव है उसको पारित करने के बाद ही करें।
Read More: Electoral Bonds खरीदने वाली कंपनियों पर टैक्स अथॉरिटीज़ की नजर, मिल रहे नोटिस